कर्णावतीः विश्व प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर के पास स्थानीय प्रशासन ने शुक्रवार देर रात से ही मेगा डिमोलिशन ड्राईव शुरु की है। रात से शुरु की गई इस भारी तोड़फोड़ की कार्रवाई में सरकारी जमीन पर बने गैरकानूनी मकान, दुकान और धार्मिक स्थानों समेत कई दबावों को जेसीबी, हिताची मशीन, डंपर समेत के उपकरणों के साथ हटाया गया है।
इस डिमोलिशन ड्राईव को गिर सोमनाथ जिले के इतिहास में सबसे बड़ा डिमोलिशन ड्राईव कहा जा सकता है। 1500 से ज्यादा पुलिस जवानों की कड़ी सुरक्षा के बीच शुरु किया गया ये डिमोलिशन ड्राईव दो दिन तक चलेगा ऐसी संभावना है। जिसके चलते कलेक्टरने वेरावल-प्रभासपाटण मे चार से ज्यादा लोगो के एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
समुंदर के करीब के विस्तार में सुरक्षा संबंधित कारणों की वजह से द्वारका, कंडला बंदर समेत के तटीय इलाकों में बने गैरकानूनी मकान, दुकान और धार्मिक स्थान पर गुजरात सरकार और गृह विभाग बुलडोझर चला रहे हैं। इससे पहले द्वारका में भी इसी प्रकार सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच डिमोलिशन किया गया था। अब समुंदर के किनारे बसे प्रसिद्ध यात्राधाम सोमनाथ में सरकार ने सुरक्षा के कारणों से ही शुक्रवार देर रात से मेगा डिमोलिशन ड्राईव शुरु किया है।
सोमनाथ मंदिर और शहर भी समुंदर के किनारे पर है और मंदिर के पीछे के विस्तार में सरकारी जमीन पर सालों से गैरकानूनी कब्जा कर, कच्चे-पक्के मकान, दुकान और धार्मिक स्थान खड़े कर दिये गये थे। जिसके चलते शुक्रवार देर रात को स्थानीय प्रशासन ने इस जगह पर मेगा डिमोलिशन ड्राईव शुरु कर दी है जो दो दिन तक चल सकती है।
कहां किया जा रहा है डिमोलिशन
सोमनाथ मंदिर के पीछे के विस्तार में काफी सालों से विधर्मियों ने गैरकानूनी तरीके से कब्जा कर लिया था। जिसके चलते हाजी मांगरोलीशा पीर, हझरत माईपुरी, मस्तानशा बापु, जाफर मुझाफर, सिपेसालार, ईदगाह समेत के विस्तारों में यह मेगा डिमोलिशन ड्राईव शुरु किया गया है।
कलेक्टर ने जारी किया दो दिन का घोषणापत्र
शुक्रवार देर रात को शुरु किये गये इस डिमोलिशन ड्राईव का स्थानिय लोगों ने भारी विरोध किया। इस बीच जिला कलेक्टर ने वेरावल और प्रभास पाटण के शहरी इलाकों में चार से ज्यादा लोगों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगाने वाला घोषणा पत्र जारी किया है। यह घोषणापत्र 28 सितम्बर से 30 सितम्बर तक अमल में रहेगा। इस आदेश का उलंघन करने वाले को सजा दी जायेगी ऐसा भी घोषणापत्र में कहा गया है। उलंघन करनेवाले शख्स के खिलाफ शिकायत भी दर्ज की जायेगी।
सोमनाथ के इतिहास का सबसे बड़ा डिमोलिशन
मेगा डिमोलिशन ड्राईव शुक्रवार देर रात से शुरु की गई है। इस कार्रवाई में डिमोलिशन के लिये 30 जेसीबी, 5 हिताची, 50 ट्रैक्टर और 10 डम्पर समेत के साधन इस्तेमाल किये जा रहे हैं।
70 को हिरासत में लिया
स्थानीय प्रशासन ने जब 1500 से भी ज्यादा पुलिस जवानों की सुरक्षा के बीच देर रात को यह डिमोलिशन शुरु किया तब बड़ी मात्रा में विधर्मियों ने इस कार्रवाई का विरोध किया। बड़ी मात्रा में लोग रास्ते पर उतर आये और विरोध के लिये नारे भी लगाये। जिसके चलते पुलिस ने 70 लोगों को हिरासत में लिया है।
गैरकानूनी दबाव वाली जगहों को कोर्डन किया गया
सोमनाथ मंदिर के पास सालों से गैरकानूनी कब्जा कर खड़े कर दिये गये इन मकान, दुकान और धार्मिक स्थानों को डिमोलिशन की कार्रवाई के चलते चारों तरफ से कोर्डन कर लिया गया है। इस जगह पर चारों तरफ पुलिस का पहरा लगा दिया गया है। इस विस्तार की और आने वाले रास्ते पर बैरिकेड लगा दिये गये हैं और व्हीकल्स की आवाजाही पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके अलावा वेरावल-सोमनाथ शहर के संवेदनशील विस्तारों में भी पुलिस बंदोबस्त लगा दिया गया है। पुलिस के साथ-साथ एसआरपी जवानों को भी सुरक्षा बंदोबस्त में लगा दिया गया है।
जिला कलेक्टर दिग्विजय सिंह जाडेजा, रेंज आईजी नीलेश झांडिया, एसपी मनोहर सिंह जाडेजा और अन्य प्रमुख अधिकारी सुबह से ही घटनास्थल पर मौजूद हैं और मार्गदर्शन कर रहे हैं। विध्वंस कार्य दो दिनों तक चले इस विध्वंस के लिए उस वक्त कलेक्टर ने भारतीय न्याय संहिता की धारा 223 लागू कर चार लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया था।
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