बरेली। यूपी के बरेली में मिश्रित आबादी वाले गांव में अवैध मस्जिद निर्माण की वजह से माहौल खराब हो गया। कार्रवाई में देरी से गुस्साया हिन्दू समाज सड़कों पर उतर आया और अवैध निर्माण का एक हिस्सा गिरा दिया। पुलिस की मौजूदगी में फिर निर्माण शुरू होने से आक्रोशित लोग धरने पर बैठ गए। भाजपा विधायक डा. एमपी आर्या भी प्रदर्शनकारी महिलाओं के साथ धरने में शामिल हो गए। रात पर भर हंगामे का दौर जारी रहा। पुलिस ने शांति भंग की आशंका में कुछ लोग हिरासत में लिए हैं। तनाव के चलते गांव में फोर्स तैनात की गई है।
निजी प्लाट को अवैध मस्जिद का रूप दिए जाने से बरेली में थाना क्योलड़िया क्षेत्र के गांव केलाडांडी में कई महीने से तनातनी चल रही थी। मुस्लिम समुदाय के फिदा हुसैन और उसके भाई आरिफ ने आबादी में स्थित अपना प्लाट मस्जिद के लिए दान कर दिया था। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने वहां दीवारें खड़ी कर अवैध मस्जिद का रूप दे दिया। दीवार पर मस्जिद की पेंटिंग लगाकर वहां नमाज अदा की जाने लगी थी।
हिन्दू समाज के लोगों ने बगैर सरकारी अनुमति के अवैध मस्जिद निर्माण पर आपत्ति करते हुए करीब तीन महीना पहले प्रशासन से इसकी शिकायत की थी। जिसके बाद अफसरों ने पुलिस की मौजूदगी में अवैध निर्माण रुकवाकर वहां ताला डलवा दिया था। हालांकि, लगातार हो रहीं शिकायतों के बाद भी अवैध निर्माण नहीं तुड़वाया गया था, जिससे हिन्दू समाज में रोष बढ़ रहा था। शुक्रवार को भीड़ ने अचानक अवैध मस्जिद की दीवार तोड़ दी। सूचना मिलते ही पुलिस वहां पहुंची और अपनी मौजूदगी में फिर दीवार बनवा दी। हंगामा होने पर पुलिस ने विरोध करने वालों को खदेड़ दिया था।
इससे पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए हिन्दू पक्ष के लोग मैदान में उतर आए। महिलाएं भी जुट गईं और अवैध निर्माण तुड़वाए जाने की मांग करते हुए धरने पर बैठ गईं। पता होते ही क्षेत्रीय विधायक डा. एमपी आर्या केलाडांडी पहुंच गए और अवैध निर्माण पर नाराजगी जताई। प्रदर्शनकारियों ने विधायक को वहां से वापस नहीं हो दिया तो वह भी उनके साथ धरने पर बैठ गए।
एसपी दक्षिणी मुकेश मिश्रा एसडीएम व सीओ के साथ प्रदर्शनकारियों को देर रात तक समझाने में जुटे रहे, लेकिन लोग नहीं माने। भाजपा विधायक डा. आर्या ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर केलाडांडी मामले में पुलिस-प्रशासन की भूमिका गलत बताई है। उन्होंने अवैध निर्माण हटवाए जाने की मांग की है। अफसरों का कहना है कि कुछ लोग हिरासत में लिए गए हैं। गांव में अब शांति है।
टिप्पणियाँ