उत्तराखंड

हिंदू लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर मुस्लिम बनाने का षड्यंत्र, हिंदू संगठनों ने 600 से ज्यादा लड़कियों को बचाया

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दिनेश मानसेरा

राजधानी देहरादून और लव जिहाद के मामले बढ़ रहे हैं। नाबालिग और गरीब हिंदू लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फंसाकर उनका धर्म परिवर्तन करने वालों के खिलाफ कई हिंदू संगठनों ने मोर्चा संभालना शुरू कर दिया है। हिंदू जागरण मंच, रुद्र सेना और वैदिक मिशन जैसे हिंदू संगठनों ने लव जिहाद के खिलाफ अपने कार्यकर्ताओं को मैदान में उतार दिया है।

रुद्र सेना के राकेश तोमर ” उत्तराखंडी” का कहना है कि जौनसार बावर जनजाति क्षेत्र में मुस्लिम युवक छद्म नामों से गरीब और नाबालिग लड़कियों को विभिन्न माध्यमों से अपने प्रेम जाल में फंसा कर उन्हें पछुवा दून,यूपी हिमाचल की तरफ ले जाकर उनका यौन शोषण करते हैं। वे उनका वीडियो बनाते हैं और फिर उन्हें ब्लैकमेल करते हैं और धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करते हैं। राकेश उत्तराखंडी कहते हैं कि पिछले ढाई साल में उन्होंने 38 लड़कियों को लव जिहाद के चंगुल से बचाकर उनके परिवारों के पास पहुंचाया है।

इस मामले में वे पुलिस में दर्ज एफआईआर को भी सबूत के तौर पर दिखाते हैं। वैदिक मिशन के जगवीर सैनी का कहना है कि उन्होंने पछवा दून क्षेत्र में लव जिहाद के 43 मामले देखे हैं, वह अभी भी चार गरीब लड़कियों का केस कोर्ट में लड़ रहे हैं। नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर कर मुस्लिम युवकों द्वारा उनका शोषण किया जाता है, कई बालिग भी इनके प्रभाव में आ जाती हैं। सैनी जी कहते हैं कि ऐसे कई मामले हैं जो हमारे संज्ञान में आए ही नहीं, पुलिस में गुमशुदगी के मामले दर्ज होते हैं और एफआर लगाकर फाइलें बंद कर दी जाती हैं, ये लड़कियां कहां गईं, या तो उन्होंने अपना धर्म परिवर्तन कर लिया या फिर मानव तस्करी का शिकार हो गईं।

हिंदू जागरण मंच के मुकेश आनंद का कहना है कि पिछले दस सालों में उनके संगठन ने लव जिहाद के 585 मामलों का सामना किया है। इनमें से ज्यादातर नाबालिग लड़कियां हैं। हमने उन लड़कियों को उनके परिवारों तक पहुँचाने में मदद की है और उन्हें कानूनी मदद भी मुहैया कराई है।

बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना का कहना है कि उत्तराखंड की डेमोग्राफी बदल रही है, बाहर से आकर मुस्लिम युवक नाबालिग लड़कियों को लव जिहाद का शिकार बना रहे हैं, हमारे पास भी ऐसे कई मामले आए हैं।
महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल भी लव जिहाद के बढ़ते मामलों को स्वीकार करते हुए कहती है कि आयोग ने पुलिस के पास दर्ज महिलाओ की गुमशुदगी के मामलो की गंभीरता से जांच करने को कहा है।

लव जिहाद के मामलों पर डीजीपी अभिनव कुमार का कहना है कि पिछले एक साल में पुलिस ने लव जिहाद जैसे मामलों में पोक्सो की धाराओं के तहत सख्त कार्रवाई की है। उनका कहना है कि दूसरे समुदाय के लोग नाबालिग लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फंसा लेते हैं और फिर उनका शोषण करते हैं, ऐसे कई मामले सामने आए हैं और हमने सख्त कार्रवाई की है। सीएम पुष्कर सिंह धामी भी कह रहे हैं कि देवभूमि उत्तराखंड में लव जिहाद, लैंड जिहाद बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, जब भी ऐसे मामले सामने आएंगे तो सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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