श्री जगन्नाथ मंदिर में प्रसाद और घी की जांच के लिए नियुक्त होंगे समर्पित खाद्य निरीक्षक, तिरुपति विवाद के बाद बड़ा कदम
May 28, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत ओडिशा

श्री जगन्नाथ मंदिर में प्रसाद और घी की जांच के लिए नियुक्त होंगे समर्पित खाद्य निरीक्षक, तिरुपति विवाद के बाद बड़ा कदम

आंध्र प्रदेश में तिरुपति के लड्डू में सुअर और गोमांस की चर्बी के इस्तेमाल के बारे में हाल ही में लगे आरोपों के मद्देनजर, ओडिशा सरकार ने उठाया बड़ा कदम

by डॉ. समन्वय नंद
Sep 26, 2024, 08:51 am IST
in ओडिशा
Jagannath Puri

जगन्नाथ पुरी मंदिर

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

भुवनेश्वर । ओडिशा सरकार ने पुरी के श्री जगन्नाथ मंदिर में महाप्रसाद और अन्य प्रसाद की गुणवत्ता और शुद्धता को बनाए रखने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। आंध्र प्रदेश में तिरुपति के लड्डू में सुअर और गोमांस की चर्बी के इस्तेमाल के बारे में हाल ही में लगे आरोपों के मद्देनजर, ओडिशा सरकार ने महाप्रसाद, सूखे भोग और दीयों में इस्तेमाल होने वाले घी की निगरानी के लिए समर्पित खाद्य निरीक्षक नियुक्त करने का फैसला किया है।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्य के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने बताया कि विभाग को महप्रसाद व भोग में प्रयुक्त अन्य सामग्री की गुणवत्ता का आकलन करने के लिए एक समर्पित खाद्य निरीक्षक नियुक्त करने के लिए अनुरोध किया गया है। उन्होंने कहा कि श्रीमंदिर में केवल उच्चतम गुणवत्ता वाले उत्पादों का ही उपयोग किया जाए, यह सुनिश्चित करना हमारा लक्ष्य है। विभाग इस मुद्दे को काफी गंभीरता से ले रहा है।

उन्होंने बताया कि श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) मंदिर में घी और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता के बारे में दिशा-निर्देश जारी करेगा। मंदिर प्रशासन सेवायतों में जागरूकता भी पैदा कर रहा है। ओडिशा सरकार का यह फैसला तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर मंदिर में बनने वाले लड्डुओं की गुणवत्ता को लेकर उठे विवाद के बाद आया है। तिरुमाला मंदिर में प्रसाद के रूप में दिए जाने वाले लड्डुओं को बनाने में जानवरों की चर्बी और मिलावटी घी का इस्तेमाल किये जाने संबंधी आरोप लगा है।

उल्लेखनीय है कि 24 सितंबर को पुरी कलेक्टर सिद्धार्थ शंकर स्वाईं ने संकेत दिया था कि प्रशासन ने श्रीमंदिर में विभिन्न भोगों की तैयारी में इस्तेमाल किए जाने वाले घी की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जाएगा । उन्होंने कहा था कि श्रीमंदिर में कोठ भोग (देवताओं के लिए प्रसाद) और बाराती भोग (ऑर्डर पर प्रसाद) तैयार करने में इस्तेमाल किए जाने वाले घी की गुणवत्ता के बारे में कोई आरोप नहीं लगाया गया है, फिर भी हम घी के मानकों का आकलन करेंगे। मिलावट की संभावना को देखते हुए, हम श्रीमंदिर को घी के आपूर्तिकर्ता ओमफेड के साथ-साथ मंदिर के सुआर व महा सुआर महासूरा निजोग से परामर्श करने की योजना बना रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि घी आवश्यक मानकों को पूरा करता है ।

पुरी श्रीमंदिर में जलाये जाने वाले दीये में भी इस्तमाल होने वाले घी की गुणवत्ता पर भी समय समय पर सवाल उठता रहता है । यह मुद्दा पिछले कुछ साल पहले उठा था और उस समय श्रीमंदिर प्रशासन ने एक दिशानिर्देश जारी कर कहा था कि दीपक केवल ओडिशा स्टेट कोआपरेटिव मिल्क प्रोड्यूसर फेडरशन (ओमफेड) द्वारा तैयार घी से ही दिये जलाये जाएं ।मंदिर के अंदर दीये की दुकान पर मिलावटी घी के दीये बेचने का आरोप लगने के बाद यह दिशानिर्देश जारी किया गया था । इसलिए मंदिर के अंदर ओमफेड का एक विशेष दुकान भी खोला गया था। प्रारंभ में कुछ दुकानदारों पर इस दिशानिर्देश का का अनुपालन नहीं करने के लिए जुर्माना लगाया गया था । कुछ समय तक नियमित अंतराल में इसकी जांच भी की जा रही थी । लेकिन बाद में यह प्रक्रिया बंद हो गया । इस कारण अनेक दुकानदार दीये के लिए निम्न गुणवत्ता वाले घी का उपयोग करने का आरोप लग रहा है। इस बार राज्य सरकार ने महाप्रसाद के साथ साथ दीये में उपयोग होने वाली घी की गुणवत्ता को भी जांच करने का निर्देश दिया है । राज्य सरकार के इस निर्णय का श्रद्धालुओं द्वारा स्वागत किया जा रहा है ।

Topics: ओडिशा समाचारश्री जगन्नाथ मंदिरतिरुपति विवादमहाप्रसादतिरुपति प्रसाद
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

क्योंझर में तनाव

ओडिशा : क्योंझर में हनुमान जी की मूर्ति तोड़ी, चांदी के आभूषण चोरी, हिंदू संगठनों का कड़ा विरोध

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे बर्बर हमलों के विरोध में भुवनेश्वर में हुआ विशाल प्रदर्शन

गो नवद्रात्री महोत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी गौ सेवा करते हुए

ओडिशा में गौ सुरक्षा के लिए उठाये जाएंगे कठोर कदम, गौ नवरात्र महोत्सव में सीएम ने किया बड़ा ऐलान

आलु के बोरे की तरह कार में ठूंस की जा रही गौ तस्करी

ओडिशा : आलू के बोरे की तरह कार में ठूंस की जा रही गौ तस्करी, पिछले 24 घंटों में दो मामले आए सामने

हिंदू परिवार पर हमले के विरोध में ज्ञापन देने पहुंचे लोग

ओडिशा : भद्रक में फरहाद ने हिंदू परिवार पर किया हमला, घर घेरने पहुंची भीड़, पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप

तिरुपति बालाजी के प्रसाद में जानवर की चर्बी मिली

तिरुपति प्रसाद विवाद के बीच मंगल पांडे का विद्रोह याद आना और धर्मो रक्षति रक्षित:

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

वीर सावरकर

वीर सावरकर : हिंदुत्व के तेज, तप और त्याग की प्रतिमूर्ति

आज़हरुल इस्लाम

बांग्लादेश में आजाद घूमेगा 1000 से अधिक हत्या करने का आरोपी, जमात नेता आज़हरुल इस्लाम की सजा रद

मुख्य आयोजन स्थल

उत्तराखंड : 21 जून को भराड़ीसैंण में होगा योग दिवस का मुख्य आयोजन, सीएम के साथ 10 देशों के राजदूत होंगे शामिल

विजय पुनम

ओडिशा में नक्सलियों को बड़ा झटका : रायगडा में कुख्यात विजय ने किया आत्मसमर्पण

Representational Image

बांग्लादेशियों संग न करना शादी, जानिए चीन ने क्यों जारी की चीनियों के लिए ऐसी एडवाइजरी

पाकिस्तानी फाैज द्वारा बलूचिस्तान से जबरन गायब किए गए लोगों के परिजन­

हवाई घोषणा नहीं, पूर्ण स्वतंत्रता लक्ष्य

मोहम्मद अली जिन्ना के साथ मोहम्मद अमीर अहमद खान

शिक्षाविद् का मुखौटा, विचार जहरीले

terrorist tadwas house blew up by the the forces

Amritsar Blast: विस्फोट में मरने वाला आतंकी था, डीआईजी सतिंदर सिंह ने की पुष्टि

AMCA project Approves by defence ministry

रक्षा मंत्रालय ने AMCA को दी मंजूरी: पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान परियोजना को मिलेगी गति

Ghaziabad constable Saurabh murder case

गाजियाबाद में कॉन्स्टेबल सौरभ की हत्या के मामले में कादिर समेत अब तक 15 आरोपी गिरफ्तार

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies