नई दिल्ली| पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के पाटाशपुर से TMC नेताओं के गुंडागर्दी का मामला सामने आया है। 22 सितंबर को तृणमूल कांग्रेस के नेताओं ने एक महिला को सार्वजनिक रूप से निर्वस्त्र कर पीटा।
इस घटना ने पूरे क्षेत्र में भय और आक्रोश पैदा कर दिया है। महिला को कथित तौर पर गांव की एक ‘इंसाफ़ सभा’ द्वारा सोने की चेन चुराने का ‘दोषी’ ठहराया गया था। जिसके बाद पीड़िता को एक चावल के बोरे में डालकर सत्तारूढ़ पार्टी से जुड़े पुरुषों द्वारा बेरहमी से पीटा गया। यह हमला एक नागरिक स्वयंसेवक की मौजूदगी में हुआ। महिला को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था। लेकिन बाद में हालत इतनी गंभीर हो गई कि उसे नर्सिंग होम में स्थानांतरित करना पड़ा।
महिला ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मैंने बैठक में कहा कि मैंने चोरी नहीं की, लेकिन किसी ने मेरी बात नहीं सुनी।” उसने बताया कि TMC नेताओं और नागरिक स्वयंसेवक ने उसे बोरे में डालने और पानी में फेंकने का निर्देश दिया था । बोरे में डाल कर वे मुझे पीटने लगे। उसके बाद क्या हुआ, यह मुझे याद नहीं है।
इस घटना के बाद महिला का परिवार TMC नेताओं के हमले से बचने के लिए गांव छोड़ने पर मजबूर हो गया। हालांकि, अपराध की गंभीरता के बावजूद, सोमवार रात तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तारी नहीं किया गया। स्थानीय पुलिस अधिकारी ने कहा है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
BJP के पूर्व मेदिनीपुर जिला उपाध्यक्ष प्रांतोश आचार्य ने कहा, “हम पीड़िता के परिवार की हर संभव मदद कर रहे हैं।” यह घटना पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को दर्शाती है और राजनीतिक दलों के बीच बढ़ते तनाव को उजागर करती है।
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