इस्राइल के सशस्त्र सैनिकों ने चैनल के चैनल कार्यालय में जाकर उसके वेस्ट बैंक ब्यूरो चीफ वालिद अल-ओमारी को फरामन सुनाया कि फौरन कार्यालय बंद कर दिया जाए। गत 11 महीने से जारी इस्राइल के हमास विरोधी आपरेशन के अंतर्गत यह छापा मारा गया था। कतर आधारित अल जजीरा चैनल के वेस्ट बैंक के रामाल्ला में बने ब्यूरो कार्यालय से भ्रामक खबरें प्रसारित करने का आरोप अनेक अवसरों पर लग चुका है।
इस्राएल के सैनिकों ने अल जजीरा चैनल के कार्यालय को सख्त आदेश देते हुए बंद करने का हुक्म जारी किया है। रविवार तड़के की गई इस औचक छापेमारी में सैनिकों ने वेस्ट बैंक के ब्यूरों कार्यालय में जाकर वहां स्टाफ को ‘कैमरे उठाकर बाहर निकलने’ का फरमान जारी कर दिया। इससे पहले कि चैनल वाले कुछ समझ पाते, उन्हें कार्यालय से बाहर कर दिया गया। कतर में मुख्यालय वाले इस्लावादी अल जजीरा चैनल पर इस्राएल—हमास युद्ध को लेकर भ्रामक जानकारियां देने और एकतरफा रिर्पोटिंग करने के आरोप लगते रहे हैं। हालांकि चैनल ने इस मानवाधिकार विरोधी कार्रवाई बताते हुए इसकी भर्त्सना की है।
इस्राइल के सशस्त्र सैनिकों ने चैनल के चैनल कार्यालय में जाकर उसके वेस्ट बैंक ब्यूरो चीफ वालिद अल-ओमारी को फरामन सुनाया कि फौरन कार्यालय बंद कर दिया जाए। गत 11 महीने से जारी इस्राइल के हमास विरोधी आपरेशन के अंतर्गत यह छापा मारा गया था। कतर आधारित अल जजीरा चैनल के वेस्ट बैंक के रामाल्ला में बने ब्यूरो कार्यालय से भ्रामक खबरें प्रसारित करने का आरोप अनेक अवसरों पर लग चुका है। बता दें कि यह वेस्ट बैंक का पूरा इलाका इस्राएल के अधीन आता है।
इस कार्रवाई के विरुद्ध अल जजीरा ने बयान जारी करके रविवार की भोर में हुई इस्राएली कार्रवाई पर कड़ी टिप्पणी की है। इसे मानवाधिकारों के विरुद्ध और सूचना के स्वतंत्र प्रसार में बाधा डालने वाला कदम बताया है।
अल जजीरा के वेस्ट बैंक ब्यूरो चीफ वालिद अल-ओमारी के अनुसार, इस्राएल के एक सैनिक ने उसकी भाषा में ही अल जजीरा को 45 दिन के लिए बंद करने का अदालत का आदेश सुनाया। इस्राएली सैनिक ने वालिद की अरबी भाषा में उसे आदेश सुनाते हुए सारे कैमरे लेकर फौरन कार्यालय से निकल जाने को कहा।
उल्लेखनीय है कि गत मई महीने में इस्राइल ने अपने यहां अल जजीरा चैनल को चलाने की मनाही कर दी थी। तब अल जजीरा चैनल का कार्यालय यरुशलम होटल में चल रहा था, जिस पर इस्राएली सैनिकों ने छापा मारा था। उसके चार महीने बाद वेस्ट बैंक के ब्यूरो कार्यालय पर कार्रवाई की गई, जिसके पीछे वजह यही मानी जा रही है कि इस्राएल की सख्त चेतावनियों के बाद भी चैनल ने अपने बर्ताव में कोई बदलाव नहीं किया था।
कतर में अल जजीरा के शीर्ष अधिकारियों ने इस प्रतिबंध को गलत बताते हुए कहा है कि यह लोगों की सूचना तक पहुंच पाने के मौलिक अधिकारों के विरुद्ध है। इस उन्होंने एक ‘क्रिमिनल एक्शन’ बताया है। चैनल की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि इस्राइल ने गाजा पट्टी में अपने कामों को दुपाए रखने की गरज से ऐसा किया है।
वैसे, इस युद्ध के संदर्भ में अल जजीरा की रिर्पोटिंग को लगातार देखते आ रहे आम लोगों ने अक्सर यह शिकायत की है कि यह चैनल एकपक्षीय खबरें दिखाकर एक प्रकार से फिलिस्तीनियों को भड़काने का काम करता है। चैनल हमास की हरकतों के प्रति या तो मूक रहता है या उसे इस तरह प्रस्तुत करता है जैसे हमास का किया सब काम जायज है।
टिप्पणियाँ