ऐसा प्रतीत होता है कि देश में ट्रेनों को डिरेल कराने की साजिशें रची जा रही हैं। कानपुर, राजस्थान, पश्चिम बंगाल के बाद अब मध्य प्रदेश से भी ट्रेन को पलटाने की कोशिश किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। मध्य प्रदेश के नेपानगर और खंडवा स्टेशन के बीच सागाफाटा के पास की है। वहीं पर रेल की पटरियों पर डेटोनेटर लगाने की घटना के बाद ‘मिलिट्री स्पेशल ट्रेन’ को रोकना पड़ा।
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घटना के तुरंत बाद ट्रेन के लोको पायलट ने भुसावल जीआरपी थाने में इसकी एक रिपोर्ट लिखवाई। मामले की जानकारी लगते ही जीआरपी की टीम पुलिस बलों के साथ मौके पर पहुंच गई। वहां पहुंचने के बाद टीम ने ट्रैक की जांच की और फिर ट्रेन को रवाना कर दिया। वहीं रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर को लेकर मध्य रेलवे के पीआरओ का कहना है कि ये डेटोनेटर रेलवे की ओर से ही दिए गए थे। दावा है कि ये सामान्य इस्तेमाल किए जाने वाले पटाखे हैं, जिनका इस्तेमाल विशेष परिस्थितियों में रेलवे के द्वारा किया जाता है। ताकि, लोको पायलट को अलर्ट किया जा सके।
बहरहाल, रेलवे की पुलिस इस मामले की सभी संभावित एंगल से जांच करने की कोशिश कर रहा है। 10-12 रेल कर्मियों का बयान आरपीएफ ने दर्ज कर लिया है, लेकिन फिर भी अभी तक ये स्पष्ट नहीं हो सका है कि अगर ये डेटोनेटर रेलवे की ओर से रखे गए हैं, तो इसे किसने ट्रैक पर रखा है। इस मामले में गश्ती दल में शामिल अधिकारियों को भी इंटेरोगेट करने की तैयारी है।
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इस बीच मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल नीला बताते हैं कि जब ये पटाखे फटते हैं तो एक तेज आवाज होती है, जो ड्राइवर को संकेत देता है कि आगे किसी भी तरह की कोई दिक्कत, धुंध या फिर कोहरा हो सकता है। हालांकि, इतने साफ मौसम में इस तरह के डेटोनेटर का इस्तेमाल क्यों किया गया ये स्पष्ट नहीं हो पाया।
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