नई दिल्ली। गुजरात के वडोदरा जिले में सूरत के पास रेलवे ट्रैक के साथ छेड़छाड़ का एक और गंभीर मामला सामने आया है। यह घटना कीम स्टेशन के पास हुई, जहां अज्ञात व्यक्तियों ने रेलवे ट्रैक की फिश प्लेट और चाबियां खोल दी थीं। अगर समय पर इसका पता नहीं चलता, तो एक बड़ा हादसा हो सकता था। रेलवे के सतर्क कर्मचारियों की सूझबूझ से इस संभावित दुर्घटना को टाल दिया गया।
क्या है पूरा मामला
आज सुबह लगभग 5 बजकर 40 मिनट के आसपास रेलवे के कीमैन सुभाष कुमार ने अपने नियमित निरीक्षण के दौरान देखा कि अप ट्रैक पर फिश प्लेट को खोलकर, चाबियों को साइड में फेंक दिया गया है। ट्रैक पर इस तरह की छेड़छाड़ देखकर उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी डिप्टी स्टेशन सुपरिटेंडेंट को दी। मामले की गंभीरता को समझते हुए रेलवे प्रशासन और रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को तुरंत सूचित किया गया।
सुरक्षा बल और रेलवे अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए ट्रैक की गहन जांच की। जांच के दौरान पाया गया कि केवल फिश प्लेट ही नहीं, बल्कि 71 लोहे के पैड ताले भी हटा दिए गए थे। यह छेड़छाड़ लगभग एक किलोमीटर के क्षेत्र में की गई थी, जिससे एक बड़े हादसे की आशंका थी।
हादसा टला, ट्रेन की आवाजाही रोकी गई
इस घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने फौरन ट्रेनों की आवाजाही को रोक दिया, जिससे कोई भी संभावित दुर्घटना टल सके। डाउन ट्रैक पर गरीब रथ ट्रेन आ रही थी, जिसे सही समय पर रोक दिया गया। ट्रैक की मरम्मत करने के बाद ट्रेन संचालन को फिर से बहाल कर दिया गया। पुलिस और रेलवे की कार्रवाई घटना की जानकारी मिलते ही सूरत जिला पुलिस के शीर्ष अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। पुलिस और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस साजिश के पीछे कौन लोग थे, लेकिन माना जा रहा है कि इसे जानबूझकर ट्रेन को डिरेल करने के मकसद से अंजाम दिया गया था। रेलवे और पुलिस दोनों ही इस घटना को गंभीरता से ले रहे हैं और दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ने के लिए जांच कर रहे हैं। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है। इस तरह की साजिशें न केवल यात्रियों की सुरक्षा के लिए खतरा हैं, बल्कि पूरे रेलवे नेटवर्क के लिए भी चुनौती हैं।
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