हर साल जब भी हिंदू गणेश चतुर्थी मनाते हैं और देशभर में जुलूस निकालते हैं, तब जिहादी मानसिकता वाले कट्टरपंथी उन पर हमला करके उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान जरूर करते हैं। ताजा मामला महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी का है। जहां गणपति विसर्जन के दौरान जुलूस पर पत्थर फेंके गए। यह घटना मंगलवार (17 सितंबर 2024) की आधी रात को हुई, जब घुघत नगर से एक बड़ी गणपति मूर्ति को विसर्जन के लिए नादिनाका कामवारी नदी में ले जाया जा रहा था। जैसे ही जुलूस वंजारपट्टी नाका में हिंदुस्तानी मस्जिद के पास से गुजरा, कुछ कट्टरपंथियों ने मूर्ति पर पत्थर फेंके, जिससे काफी नुकसान हुआ। घटना से नाराज गणेश मंडल ने इसमें शामिल लोगों की गिरफ्तारी की मांग की और विसर्जन करने से मना कर दिया। जिसके बाद स्थानीय पुलिस को स्थिति नियंत्रण में लाने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसके परिणामस्वरूप कई लोग घायल हो गए। कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया और जांच जारी है।
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इस घटना का वीडियो सोशल वायरल पर होने के बाद हिंदुओं में काफी आक्रोश है। सह्याद्रि अधिकार मंच (Sahyadri Rights Forum) ने एक्स पर लिखा, ”हमने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को दो पत्र लिखे हैं ताकि भिवंडी पुलिस स्टेशन के उन अधिकारियों को निलंबित किया जा सके, जिन्होंने गणपति उत्सव पर जिहादियों द्वारा पत्थरबाजी के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हिंदुओं पर लाठीचार्ज किया। आरएसएस के राजेश जी कुंटे पर भी बिना किसी कारण के लाठीचार्ज किया गया। यह अस्वीकार्य है और हम 24 घंटे के भीतर कार्रवाई की मांग करते हैं।” लीगल राइट्स ऑब्ज़र्वेटरी ने भी इसे आधिकारिक अकाउंट पर शेयर किया है। फिलहाल, इस मामले में आरोपियों को सजा दिलाने की बजाय राजनीति शुरू हो गई है।
AIMIM के वारिस पठान ने इस मामले में आज (20 सिंतबर 2024) भिवंडी के डीसीपी दहेरकर जीसे मुलाकात की। उन्होंने एक्स पर लिखा कि महाराष्ट्र के भिवंडी शहर में कुछ दिनों से सांप्रदायिक तनाव चल रहा है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि पुलिस सिर्फ मुसलमानों के खिलाफ एकतरफा करवाई कर रही है। डीसीपी साहेब ने आश्वासन दिया है कि हम निष्पक्ष जांच करेंगे और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सपा नेता अबू आजमी आज ने एक्स पर लिखा कि ठाणे पुलिस कमिश्नर आशुतोष डुंबरे (आईपीएस) से भिवंडी में गणेश उत्सव के दौरान हुई घटना के संबंध में मुलाकात की। इस घटना से फैले तनाव पर ठाणे पुलिस सक्षम है, शहर के हालात नियंत्रण में है। भिवंडी और ठाणे के हिन्दू-मुस्लिम भाइयों से मेरी अपील है की किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें, उसे आगे ना बढ़ाएं, पुलिस का सहयोग करते हुए आपसी भाईचारे और एकता को बनाएं रखें। वहीं बीजेपी नेता कपिल पाटिल ने शुक्रवार को मीडियाकर्मियों से इस मामले पर कहा कि भिवंडी शहर में शांति बनाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। भिवंडी शहर में माहौल अनुकूल बना रहे, इसका ध्यान सभी पार्टी नेताओं और सभी धर्मगुरुओं को रखने की जरूरत है।
बुधवार (18 सितंबर 2024) को मीडिया से बात करते हुए अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ज्ञानेश्वर चव्हाण ने कहा था कि हिंदुस्तानी मस्जिद के पास गणपति विसर्जन जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से शुरू हुआ था और बिना किसी समस्या के आगे बढ़ रहा था। हालांकि, पत्थर फेंके जाने से तनाव पैदा हो गया, जिससे कुछ लोगों के बीच झड़प हो गई। उन्होंने कहा, “स्थिति अब नियंत्रण में है और उपद्रव में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है ताकि उन पर कानूनी कार्रवाई की जा सके। कुछ लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
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दरअसल, हिंदू जुलूसों पर पथराव कई क्षेत्रों में एक परेशान करने वाली प्रवृत्ति बन गई है, जिससे अक्सर सांप्रदायिक तनाव और हिंसा होती है। इससे पहले भी महाराष्ट्र के कई अन्य हिस्सों में इसी तरह की पत्थरबाजी की घटनाएं हुईं। गणपति विसर्जन के दौरान जुलूस पर पत्थर फेंके गए। भगवान गणेश की मूर्तियां तोड़ी गईं।
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