कोलकाता, (हि.स.) । कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या मामले में डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। पश्चिम बंगाल सरकार और जूनियर डॉक्टरों के बीच बैठक बेनतीजा रही है। नवान्न में बुधवार रात एक बजे तक बैठक चली। डॉक्टरों का कहना है कि उनकी सभी मांगों पर केवल मौखिक सहमति दी गई है। अब तक लिखित में कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है। इससे वह निराश हैं।
डॉक्टर रुमेलिका कुमार ने कहा कि हमारी सभी मांगों पर मुख्य सचिव ने सहमति जताई है, लेकिन वह बैठक के मिनट्स पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार नहीं हुए। उन्होंने कहा कि वह कुछ दिन में आदेश जारी करेंगे। मांगों को ई-मेल के माध्यम से देने को कहा है।
डॉक्टरों ने कहा कि मुख्य सचिव ने कई मांगें स्वीकार की हैं। इनमें अस्पतालों में सुरक्षा, थ्रेट कल्चर, बेड की केंद्रीय व्यवस्था, छात्रसंघ चुनाव और रेफरल सिस्टम जैसी मांगें शामिल हैं। लेकिन बैठक के मिनट्स में इसका उल्लेख नहीं था। डॉक्टर अनिकेत महातो ने कहा कि स्वास्थ्य सचिव की हटाने और अन्य दो मांगों को लेकर मुख्य सचिव के साथ बात हुई। हमें मौखिक आश्वासन दिया गया। सरकार जब तक ठोस कार्रवाई नहीं करेगी तब तक हड़ताल जारी रहेगी।
ये हैं डॉक्टरों की मांगें
अस्पतालों में सुरक्षा, मेडिकल कॉलेजों में धमकी की राजनीति समाप्त हो, छात्रों के लिए चुनाव, अस्पतालों में भर्ती के लिए केंद्रीय ‘रेफरल सिस्टम’, स्थायी कर्मचारियों की नियुक्ति और अस्पतालों के ढांचागत सुधार। डॉक्टरों का यह भी कहना है कि मेडिकल कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव और डॉक्टरों के प्रतिनिधित्व को सुनिश्चित किया जाना चाहिए ताकि अस्पतालों और कॉलेजों में लोकतांत्रिक माहौल बनाया जा सके।उल्लेखनीय है कि मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों की मांगों पर राज्य सरकार को तुरंत कदम उठाने के निर्देश दिए थे।
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