नई दिल्ली: मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के काले सच का खुलासा करने वाली हेमा कमेटी की रिपोर्ट के कई पेज गायाब हैं। सामने आया है कि हेमा कमेटी ने जो रिपोर्ट केरल सरकार को सौंपी थी वह कुल 290 पेजों की थी परन्तु जब रिपोर्ट को सार्वजनिक किया गया तो उसमें केवल 235 पेज थे। माना जा रहा है कि हटाये गये पेजों में इंडस्ट्री के कई बड़े लोगों के नाम थे।
साल 2017 में हेमा कमेटी का गठन हुआ था। इसमें तीन सदस्य थे। कमेटी ने 2019 में केरल सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी, जिसमें मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में अभिनेत्रियों के शोषण की बातें सामने आईं। जब 2024 में रिपोर्ट को सार्वजनिक किया गया तो मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में उथल-पुथल मच गई। कई जाने- माने कलाकारों के नाम रिपोर्ट में सामने आये। कई लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुई।
बताया जा रहा है कि हेमा कमेटी की सार्वजनिक की गई रिपोर्ट में से 55 पेजों को हटा दिया गया है। रिपोर्ट के पेज नंबर 58 से 72 के बीच पीड़ितों ने अपने यौन शोषण और इस पर अपनी चुप्पी के कारणों के बारे में बताया था। पेज नंबर 28 और 30 जिसमें महिलाओं के टॉयलेट और चेंजिंग रुम की सच्चाई बतायी गयी थी को भी रिपोर्ट से हटा दिया गया। इसके अलावा पेज नंबर 72 से 80, 82 से 99, और 113 से 122 पेज भी हटाए गए हैं, जिनमें अभिनेत्रियों को मिलने वाली धमकियां, साइबर अटैक के बारे में बताया गया है।
राज्य सूचना आयुक्त अब्दुल हकीम ने सिर्फ 32 पैराग्राफ हटाने का सुक्षाव दिया था। लेकिन रिपोर्ट 140 पैराग्राफ हटाकर पब्लिश कि गयी। अब्दुल हकीम ने रिपोर्ट सार्वजनिक होने से उसके कुछ हिस्से हटाने की बात कही थी। जिसमें पैराग्राफ 96 और 165 से 196 को हटाने का सुक्षाव दिया था। इसके अलावा SPIO ने भी पैराग्राफ नंबर 5, 6, 7, 8, 57, 58, 59, 69, 70, 73, 74, 85, 118-162, 165-196, 213-220, 220-245, 251, 266-267, 279, 291 और 330-339 को हटाने का सुझाव दिया था।
हेमा कमेटी की सार्वजनिक हुई रिपोर्ट में पैराग्राफ नंबर 6, 7, 8, 57, 58, 59, 70, 73, 74, 85, 96-108, 118-147, 148-162, 165-196, 213-220,222-245, 251, 266,267, 279 और 330-339 नहीं थे।
रिपोर्ट में WCC यानी वुमन इन सिनेमा कलेक्टिव ने अहम भूमिका निभाई थी। WCC की संस्थापक आशा जोसफ ने बताया कि 2017 में एक एक्ट्रेस के अपहरण और यौन उत्पीड़न के बाद समाज के दबाव के बाद सरकार ने जांच शुरू की थी।
शुरुआत में पीड़िताएं कमेटी से बात करने में डरती थीं। उन्हें बायकॉट होने का डर था। इसलिए पहले ग्रुप में कॉमन चर्चा कि गई। फिर आमने- सामने बातचीत के लिए बुलाना शुरू हुआ। कई बड़ी- बड़ी अभिनेत्रियों ने भी अपने दौर की बातें बताई। आशा ने बताया कि 2020 में WCC ने सरकार को रिपोर्ट जारी करने के लिए कहा गया, कई बैठकें की गईं, जिसमें उन्होंने कहा कि पहले केवल सिफारिशें जारी की जाएंगी। आशा का कहना है कि सरकार आरोपियों की पहचान छुपाना चाहती थी।
बाद में RTI कमिश्नर रिपोर्ट जारी करने के लिए तैयार हुए। इस बीच भी कई बार रिपोर्ट पर स्टे लगा। जिसके बाद 2024 में इसे सार्वजनिक किया गया। हेमा कमेटी के सदस्यों ने रिपोर्ट के सार्वजनिक होने में हुई देरी के संबंध में कोई जानकारी नहीं दी।
इन कलाकारों के खिलाफ दर्ज हुआ मामला-
एम मुकेश, सिद्धिक, जयसूर्या, एजवेला बाबू, मणियानपिल्ला राजू, रंजीथ, बाबुराज, निविन पौली।
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