आपमें यदि सेवा की भावना हो, तो आप सेवा करेंगे ही। फिर आपके पास चाहे कुछ हो या नहीं, यह बात मायने नहीं रखती। कुछ ऐसा ही किया है बाबा डोम हेम्ब्रम ने।
बाबा हेम्ब्रम ने पिछले दिनों अपनी 15 डिसमिल (यानी छह कट्ठा) जमीन बिहार के राज्यपाल को दान कर दी है। अब उस जमीन पर सरकारी अस्पताल बनेगा। बाबा हेम्ब्रम के पास कुल 56 डिसमिल जमीन है।
उसी में उन्होंने थोड़ी जमीन दान कर दी है। उनका कहना है कि गांव में अस्पताल के नहीं होने से लोगों को असुविधा हो रही थी। उन्होंने इसे देखते हुए ही जमीन दान की है। उनकी इच्छा है कि अस्पताल के साथ ही एक राम मंदिर भी बने।
बाबा डोम हेम्ब्रम किशनगंज जिले के कोचाधामन प्रखंड की डेरामारी पंचायत में पड़ने वाले काशीबाड़ी संथाल टोला के रहने वाले हैं। वे जीविका के लिए खेती करते हैं। इसके साथ ही वे अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के कार्यकर्ता हैं।
वे जड़ी-बूटी से मधुमेह, उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों का इलाज भी करते हैं। बाबा हेम्ब्रम कहते हैं, ‘‘मेरे आराध्य भगवान राम ने अपना संपूर्ण जीवन समाज की सेवा में लगा दिया था। उन्होंने जंगलों, कंदराओं में रहने वाले लोगों को समाज से जोड़ा। इसलिए मैं भी उनके मार्ग पर चलने का प्रयास कर रहा हूं। उनसे प्रेरणा लेकरही मैंने समाज की सेवा के लिए जमीन दान की है।’’ उनकी आयु 73 वर्ष है। इनके परिवार में पत्नी के अलावा चार विवाहित पुत्रियां हैं। एक पुत्र था, जिसका निधन केवल आठ वर्ष की आयु में हो गया था।
टिप्पणियाँ