हाल के दिनों में जिस तरह जर्मनी में इस्लामिक कट्टरपंथ लगातार बढ़ता जा रहा है। समय-समय जर्मनी में चरमपंथी हमलों से निपटने के लिए अपनी कमर कस ली है। जर्मनी सोमवार से अपने सभी नौ पड़ोसी देशों के साथ सीमा नियंत्रण का विस्तार करेगा। ताकि अप्रवासियों के घुसपैठ को रोका जा सके। हालांकि, जर्मनी के इस कदम का यूरोपीय संघ के अन्य सदस्य देशों ने विरोध किया है।
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रिपोर्ट के मुताबिक, जर्मन सरकार ने इस व्यापक कदम की घोषणा कई चरमपंथी हमलों के बाद की है। इन हमलों के कारण लोगों में भय व्याप्त है और दक्षिणपंथी अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी पार्टी के लिए समर्थन बढ़ा है। आंतरिक मंत्री नैन्सी फेसर ने रविवार को कहा कि इस कदम उद्येश्य अनियमित प्रवास को सीमित करना और अपराधियों पर रोक लगाना तथा इस्लामवादियों की पहचान करना और उन्हें शुरुआती चरण में ही रोकना है।
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सीमा नियंत्रण शुरुआती छ महीनों के लिए लागू रहेगा और इसमें भूमि क्रासिंग पर अस्थायी संरचनाएं और पुलिस के द्वारा मौके पर जांच में शामिल होने की उम्मीद है। हालांकि, पोलैंड और ऑस्ट्रिया ने चिंता व्यक्त की है और यूरोपीय आयोग ने चेतावनी दी है कि 27 देशों के इस संगठन को केवल असाधारण परिस्थितियों में ही इस तरह के कदम उठाने चाहिए। उल्लेखनीय है कि जर्मनी यूरोप के केंद्र में स्थित है और 9 देशों की सीमाएं हैं, जो वीजा मुक्त शेंगेन क्षेत्र का हिस्सा है।
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पोलैंड, चेक गणराज्य, ऑस्ट्रिया और स्विटजरलैंड के साथ सीमा नियंत्रण पहले से ही लागू था, जब इस कार्रवाई की घोषणा की गई थी।
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