गत 8 सितंबर को दिल्ली के मयूर विहार में श्री धार्मिक रामलीला कमेटी ने रामलीला के लिए भूमि-पूजन किया। इस अवसर पर आचार्य डॉ. विक्रमादित्य ने कहा कि सनातन संस्कृति पूर्णत: वैज्ञानिक संस्कृति है।
उदाहरणस्वरूप उन्होंने श्री गणेश जी द्वारा प्रतिपादित सफलता के सूत्र समझाए। अक्षरधाम के पूज्य स्वामी अक्षर चिंतन जी ने बताया कि श्रीराम के जीवन से प्रेरित लीला का मंचन करने से समाज में और युवा पीढ़ी में संस्कारों का प्रसार होता है। इसलिए रामलीला मंचन और ऐसी अन्य कथाओं का आयोजन आवश्यक है। इ
स अवसर पर पूज्य स्वामी निर्मल पुरुष जी की गरिमामयी उपस्थिति रही। मंच संचालन बृज बिहारी गुप्ता एवं वंदना गुप्ता ने किया। श्री धार्मिक रामलीला कमेटी के अध्यक्ष रामप्रकाश अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
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