इमरान खान को मिली राहत, पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने माना चुनाव आयोग ने की चुनाव में धांधली

बताया जा रहा है कि अगर सर्वोच्च अदालत का पालन किया गया तो इमरान खान की पार्टी पीटीआई पाकिस्तान नेशनल असेंबली में सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है।

Published by
Kuldeep singh

पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने मौजूदा शहबाज शरीफ की अगुवाई वाली सरकार को बड़ा झटका दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने इस बात को स्वीकार किया है कि पाकिस्तान के लोकसभा चुनाव में धांधली हुई थी। 8 फरवरी को हुई चुनाव के बाद आयोग के कार्यों पर असंतोष जताते हुए शीर्ष अदालत ने सुरक्षित सीट के मामले में इमरान खान की पार्टी के हक में अपने फैसले को लागू करने का आदेश दिया है।

इसे भी पढ़ें: Bangladesh:शेख हसीना के पूर्व मंत्री फरहाद हुसैन गिरफ्तार, बीएनपी की सरकार ने लगाया हत्या का आरोप

रिपोर्ट के मुताबिक, बताया जा रहा है कि अगर सर्वोच्च अदालत का पालन किया गया तो इमरान खान की पार्टी पीटीआई पाकिस्तान नेशनल असेंबली में सबसे बड़ी पार्टी बन सकती है। इससे पीटीआई की पार्टी सबसे अधिक ताकतवर बन जाएगी। दरअसल, पाकिस्तान, मुस्लिम लीग नवाज पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार ने बीते 15 जुलाई को पीटीआई को सुरक्षित सीट आवंटित करने के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में समीक्षा की याचिका दायर की थी। इसी मामले में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने घोषित किया कि पीटीआई को संसदीय दल माना जाए।

इमरान खान ने लगाया था चुनाव में धांधली का आरोप

इससे पहले इमरान आरोप लगाया था कि 8 फरवरी को हुए पाकिस्तान के आम चुनाव में धांधली हुई थी। उन्होंने PML-N और पीपीपी को जनादेश चोर करार दिया था। बता दें कि पाकिस्तान के आम चुनाव में निर्दलीयों के समर्थन के साथ 92 सीटों के साथ जीती थी। हालांकि, उन्होंने PML-N और पीपीपी ने चुनाव के बाद गठबंधन कर लिया और शहबाज शरीफ की ताजपोशी हुई थी।

इसे भी पढ़ें: China की आने वाली है मुसीबत! Japan के भावी पीएम एशिया के ‘NATO’ से कम्युनिस्ट ड्रैगन को देंगे कड़ा जवाब 

सुप्रीम कोर्ट के फैसले का असर

सुप्रीम कोर्ट के फैसले का असर ये होगा कि आरक्षित सीटों को पाकिस्तान तहरीक ए-इंसाफ (PTI) को आवंटित की जाएंगी। ऐसा होने पर सत्तारूढ़ पीएमएलएन के हालात खराब हो जाएंगे। इससे पहले 12 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में 8-5 के बहुमत के फैसले से चुनाव ने अदालत ने बताया कि नेशनल असेंबली के 80 सदस्यों में से 39 सदस्यों ने इस बात को स्वीकार किया कि वे पीटीआई से जुड़े हुए थे।

Share
Leave a Comment