राहुल गांधी इस समय अमेरिका में हैं और वहां से दुष्प्रचार की झड़ी लगाए हुए हैं। कभी चीन को लेकर तो कभी आरक्षण को लेकर तो अब सिखों को लेकर प्रोपेगेंडा फैला रहे हैं। राहुल गांधी ने एक बयान दिया कि सिखों को पगड़ी पहनकर, कड़ा पहनकर गुरुद्वारों में जाने की अनुमति हो। उनके इस बयान पर सिखों में रोष है। खालिस्तान समर्थकों का विरोध करने वाले सुक्खी चहल ने राहुल गांधी को खुला चैलेंज कर दिया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी यह प्रोपेगेंडा फैला रहे हैं कि सिखों को खतरा है तो मैं उन्हें खुला चैलेंज करता हूं कि वे आकर मुझसे डिबेट करें।
द खालसा टुडे के सीईओ सुक्खी चहल ने कहा कि मैं इस समय दिल्ली के रकाबगंज गुरुद्वारा साहिब में हूं। वॉल ऑफ ट्रुथ है यहां। इस यादगार में 84 के दंगा पीड़ितों का दर्द उकेरा गया है। सिखों की पगड़ी को उस समय (कांग्रेस के समय) खतरा था। राहुल गांधी बोल रहे हैं कि सिखों को खतरा है। उन्हें बताना चाहता हूं कि आप समझदार इंसान हो। आप बताइये दरबार साहिब में आर्मी किसने भेजी थी। सिखों का नरसंहार कांग्रेस की सरकार में हुआ। उस समय सिखों को बहुत ज्यादा खतरा था। पंजाब में नौजवानों को घरों से निकालकर मारा गया। हमारे अकाल तख्त के जत्थेदार साहब लापता हो गए। जो हमारे मानवाधिकारों की बात करते थे, वे वाले लापता हो जाते थे। सुक्खी चहल कहते हैं कि मैं अमेरिका का नागरिक हूं। मेरे मुल्क में जाकर गलत बात करते हो, प्रोपेगेंडा करते हो। सिखों की पगड़ी को आज तक कोई खतरा नहीं हुआ है और न ही कोई माई का लाल सिखों की पगड़ी को चैलेंज कर सकता है। राहुल गांधी आप राजनीति करो ठीक है, बात करनी हो तो सही बात करो। औरंगजेब ने चैलेंज किया था जो मुगलों ने किया था वह भी पढ़ लेना।
I invite Shri @RahulGandhi of @INCIndia for a public debate on #Sikh issues in Delhi. I invite him to choose the time & venue, even at Congress HQ. Rahul, let’s address the truth. Whose govt was in power during the 1984 Sikh massacre? Under whose watch it happened and who… pic.twitter.com/AbKA984T5f
— Sukhi Chahal ll ਸੁੱਖੀ ਚਾਹਲ (@realSukhiChahal) September 10, 2024
सुक्खी चहल कहते हैं कि उस इवेंट (राहुल गांधी के इवेंट) में जो पगड़ी पहनकर बैठे थे, उन्हें इसका विरोध करना चाहिए था। सज्जन कुमार, एचकेएल भगत कमलनाथ कौन थे, वे सिखों के कालित थे। अब बोल रहे हो सिखों की पगड़ी को खतरा है, सिखों की पगड़ी को खतरा हो सकता है तो आपके नेताओं से हो सकता है। आपको राजनीति लड़ाई लड़नी हो लड़ो, लेकिन सिखों को इसमें न लाओ। नरेंद्र मोदी ने हर सिख गुरु का सम्मान किया। उनकी ही सरकार में अफगानिस्तान से गुरु ग्रंथ साहिब को आदरपूर्वक लेकर आए थे। कांग्रेस के समय सिखों की पगड़ी को खतरा था। राजीव गांधी ने सिखों की हत्या को जस्टीफाई किया था। उन्होंने कहा था कि जब कोई पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है। ये जो यादगार में लगी तस्वीरें हैं उन्हें आकर देखों कि सिखों की पगड़ी को आज खतरा है कि कांग्रेस के समय था। मैं दिल्ली में हूं। मैं आपको (राहुल गांधी को) चैलेंज करता हूं, मैं खुला चैलेंज देता हूं। जहां भी बुलाओगे मैं वहां आकर बोलूंगा। सिखों को बलि को बकरा बनाना ठीक नहीं है।
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