राजस्थान में बीते 17 दिनों के अंदर ही तीसरी बार ट्रेन को पलटाने की साजिश रची गई है। घटना अजमेर की है, जहां रेलवे ट्रैक पर एक क्विंटल वजन के सीमेंट के ब्लॉक को रखा गया था, ताकि ट्रेन को डिरेल किया जा सके। लेकिन, अच्छी बात ये रही कि ट्रेन का इंजन सीमेंट ब्लॉक्स को तोड़ते हुए वहां से निकल जाती है।
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रिपोर्ट के मुताबिक, जैसे ही इसकी जानकारी ड्राइवर को लगी तो उसने इसके बारे में आरपीएफ को सूचित किया। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे आरपीएफ के जवानों ने इसकी जांच शुरू कर दी। जांच में पता चला कि अजमेर के सराधना और बांगड़ ग्राम रेलवे स्टेशन के बीच 2 स्थानों पर बदमाशों ने सीमेंट के 70 किलो वजनी ब्लॉक्स को रख दिया था।
एक किलोमीटर आगे एक और ब्लॉक टूट कर साइड में रखा हुआ था, जहां पर दोनों ब्लॉक अलग-अलग जगह पर रखे हुए। बाद में डीएफसीसी और आरपीएफ ने मिलकर सराधना से बांगड़ ग्राम स्टेशन तक पेट्रोलिंग की। इस हादसे के कारण मालगाड़ी के इंजन को भी नुकसान पहुंचा है।
इससे पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
गौरतलब है कि इससे पहले 28 अगस्त को बारां के छबड़ा में मालगाड़ी के ट्रैक पर बाइक का स्क्रैप फेंका गया था। जिसमें इंजन बाइक के कबाड़ से टकरा गया। 23 अगस्त को पाली में अहमदाबाद-जोधपुर वंदे भारत ट्रैक पर रखे सीमेंट ब्लॉक से टकरा गई थी।
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कानपुर में ट्रेन की पटरी पर रखे थे सिलेंडर
इसी तरह से उत्तर प्रदेश के कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को पटरी से उतारने की साजिश रची गई थी। पता चला है कि कानपुर में एलपीजी सिलेंडर को ट्रेन की पटरी पर रखा गया था। हालांकि, हादसा समय पर टल गया था। मामले में पुलिस ने दो स्थानीय हिस्ट्रीशीटरों को गिरफ्तार किया गया था।
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