नई दिल्ली: कन्नड़ फिल्म उद्योग की मशहूर अभिनेत्री संजना गलरानी ने हाल ही में कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से मुलाकात की और कन्नड़ फिल्म उद्योग में काम करने वाली महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक महिला समिति गठित करने का अनुरोध किया।
यह कदम मलयालम फिल्म उद्योग में यौन उत्पीड़न के मामले सामने आने के बाद उठाया गया है। मलयालम फिल्म उद्योग में उत्पीड़न के मामलों के खुलासे के बाद न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट ने उद्योग में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के गंभीर और चौंकाने वाले विवरणों को उजागर किया। रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म निर्माता रंजीत, अभिनेता और सीपीआई विधायक मुकेश, और अभिनेता एडावेला बाबू, बाबूराज, जयसूर्या और सिद्दीकी जैसे प्रमुख हस्तियों पर विभिन्न यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं। रिपोर्ट ने दर्शाया कि उद्योग में लगभग 10 से 15 पुरुष निर्माता, निर्देशक और अभिनेता प्रमुख भूमिका में हैं और इस पर नियंत्रण रखते हैं।
आपको बता दें इससे पहले केरल उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश की अध्यक्षता में 2017 में गठित तीन सदस्यीय पैनल ने दिसंबर 2019 में अपनी रिपोर्ट केरल सरकार को सौंप दी थी, जिसे हाल ही में सार्वजनिक किया गया। रिपोर्ट ने उद्योग में महिलाओं के सामने आने वाली कठिनाइयों और उत्पीड़न की गंभीरता को दर्शाया था। इसके साथ ही, राज्य सरकार ने उद्योग में महिलाओं की सुरक्षा और उत्पीड़न की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। संजना गलरानी की यह अपील कन्नड़ फिल्म उद्योग में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती है, जो अन्य उद्योगों में महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत कर सकती है।
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