गणेश चतुर्थी का त्यौहार पूरे देश में धूमधाम से मनाया जा रहा है। यह हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है, जिसमें भगवान गणेश की स्थापना की जाती है और 10 दिनों तक उन्हें पूजा जाता है। हर साल लोग गणपति बप्पा की मूर्तियां घर में लाते हैं और बड़ी श्रद्धा से उनकी पूजा करते हैं। लेकिन पिछले कुछ वर्षों में पर्यावरण के प्रति बढ़ती जागरूकता ने लोगों को इको-फ्रेंडली गणेश मूर्तियों की ओर आकर्षित किया है।
मिट्टी की मूर्तियों का प्रचलन तो बहुत पुराना है, लेकिन इस बार हम आपको घर पर ही उपलब्ध चीजों से इको-फ्रेंडली गणेश जी की मूर्ति बनाने के कुछ अनोखे और सरल तरीके बताएंगे। इनमें न तो विशेष सामग्री की आवश्यकता होती है और न ही ज्यादा खर्च।
आटे से गणेश जी की मूर्ति
घर में रोजाना इस्तेमाल होने वाला आटा इको-फ्रेंडली गणेश बनाने का सबसे आसान तरीका है।
- 1 कप गेहूं का आटा लें और उसमें थोड़ा पानी मिलाकर नरम आटा गूंथ लें।
- इस आटे से गणेश जी का सिर, धड़, हाथ और पैर बनाएं।
- छोटी-छोटी गेंद बनाकर आंखें और मुकुट बनाएं।
- आटे की मूर्ति को कुछ देर सूखने दें।
- इसे सजाने के लिए आप हल्दी, कुमकुम, या आटे के छोटे-छोटे रंगीन गोले इस्तेमाल कर सकते हैं।
हल्दी और कुमकुम से गणेश जी की मूर्ति
हल्दी और कुमकुम का उपयोग पूजा-पाठ में होता है, लेकिन इससे आप गणेश जी की मूर्ति भी बना सकते हैं।
- एक कटोरी हल्दी और कुमकुम लें।
- हल्दी में थोड़ा पानी मिलाकर एक गाढ़ा पेस्ट बनाएं और उससे गणेश जी की आकृति तैयार करें।
- कुमकुम से उनके माथे पर तिलक लगाएं और हल्दी से ही सजावट करें।
चॉकलेट से गणेश जी की मूर्ति
चॉकलेट का उपयोग न केवल खाने में बल्कि मूर्ति बनाने में भी किया जा सकता है।
- चॉकलेट को पिघलाकर किसी सांचे में डालें और ठंडा होने दें।
- चॉकलेट से गणेश जी की आकृति तैयार करें।
- इसे सजाने के लिए आप सफेद चॉकलेट या अन्य रंगीन चॉकलेट का उपयोग कर सकते हैं।
मूंग दाल या साबूदाना से गणेश जी
आप मूंग दाल या साबूदाना का उपयोग करके भी गणेश जी बना सकते हैं, क्योंकि इसमें दाल और साबूदाना के छोटे-छोटे दानों को मिलाकर मूर्ति बनाई जाती है।
- मूंग दाल या साबूदाना को पानी में भिगोकर नरम कर लें।
- इन्हें धीरे-धीरे जोड़कर गणेश जी की आकृति बनाएं।
- आप चाहे तो रंगीन दालों का उपयोग भी कर सकते हैं।
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