नई दिल्ली: भारत ने अपने अद्भुत प्रदर्शन के साथ 21 पदक जीतकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। यह संख्या टोक्यो पैरालंपिक्स 2021 में जीते 19 पदकों के पिछले रिकॉर्ड को पार कर गई है। वर्तमान में, भारत के खाते में 3 स्वर्ण, 8 रजत और 10 कांस्य पदक हैं। खेलों के समाप्त होने से पहले और पदक जीतने की संभावना बनी हुई है।
पैरालांपिक के 7वें दिन भारत का प्रदर्शन-
सचिन खिलाड़ी ने जीता रजत पदक
सचिन खिलाड़ी ने पैरिस पैरालंपिक में शॉट पुट F46 स्पर्धा में एशियाई रिकॉर्ड के साथ 16.32 मीटर के प्रयास से रजत पदक जीता। उनका सामना कनाडा के ग्रेग स्टुअर्ट से हुआ था। जिन्होंने 16.38 मीटर से स्वर्ण पदक जीता।
पैरा शूटिंग: निहाल सिंह और रुद्रांश खंडेलवाल का प्रदर्शन
निहाल सिंह और रुद्रांश खंडेलवाल ने मिश्रित 50 मीटर पिस्टल SH1 क्वालीफिकेशन में भाग लिया। रुद्रांश 18वें और निहाल 23वें स्थान पर रहे।
पैरा साइक्लिंग: जयोति गढ़ेरिया का प्रदर्शन
जयोति गढ़ेरिया ने महिलाओं की C1-3 व्यक्तिगत समय परीक्षण में 16वां स्थान हासिल किया और 30:00.16 का समय लिया।
वेट लिफ्टींग में साकीना को करना पड़ा नो लिफ्ट का सामना
साकीना खातून ने पेरिस पैरालंपिक खेलों केवल 86 किलोग्राम का सफल लिफ्ट किया। इसी के साथ वह सातवें स्थान पर रहीं। उन्होंने अपने दूसरे और तीसरे प्रयास में क्रमशः 90 और 92 किलोग्राम का वजन उठाने का प्रयास किया। हालांकि दोनों बार उन्हें ‘नो लिफ्ट’ का सामना करना पड़ा। इस प्रतियोगिता में चीन की गुओ की लिंगलिंग ने विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए 123 किलोग्राम का लिफ्ट किया।
भारत के लिए दुसरा स्वर्ण ला सकते हैं हरविंदर सिंह
भारतीय तीरंदाज हरविंदर सिंह ने पोलैंड के लुकाज़ सिज़ेक को हराकर पैरालंपिक फाइनल में जगह बना ली है। प्रतियोगिता का फाइनल 11:14 PM पर शुरू होगा। हरविंदर पहली बार भारत के लिए पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने की कोशिश करेंगे। हरविंदर का पैरालंपिक फाइनल में पहुंचने का यह क्षण ऐतिहासिक है।
इससे पहले टोक्यो में किया था सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
इस संस्करण से पहले, भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन टोक्यो 2021 पैरालंपिक्स में था। जिसमें भारत ने 19 पदक जीते थे, जिनमें 5 स्वर्ण थे। पेरिस में वर्तमान सफलता न केवल एथलीटों की मेहनत और समर्पण को दर्शाती है, बल्कि यह भारतीय खेल इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण भी है।
जैसे-जैसे पेरिस पैरालंपिक्स आगे बढ़ रहा है, भारतीय खिलाड़ी विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए तैयार हैं। इसके साथ ही पदकों की संख्या में बढोत्तरी की उम्मीद है, क्योंकि पैरालंपिक्स का समापन 8 सितंबर को होगा। भारतीय दल के प्रदर्शन से देश में उत्साह बढ़ता जा रहा है। प्रशंसक और अधिक विजय की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
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