प्रयागराज जनपद के मदरसे में पहले नकली नोट बरामद हुए। उसके बाद मदरसे के अंदर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ जहर घोलने वाले साहित्य एवं किताब गत मंगलवार को बरामद की गई। अब इसके बाद यह संज्ञान में आया है कि मदरसे का मौलाना, मुस्लिम बच्चों का ब्रेनवाश कर रहा था। इस मदरसे से पढ़कर निकले हुए करीब 630 बच्चों को एटीएस तलाश करने में जुट गई है। करीब 6 राज्यों में उन छात्रों की तलाश की जा रही है जिनका मौलवी मोहम्मद तफसीरुल आरीफीन ने मदरसे में पढ़ाई के दौरान ब्रेनवाश किया है।
मदरसे के बारे में जब गहनता से जांच की गई तो यह भी पता लगा है कि मदरसे को तुर्की, सऊदी अरब और दुबई में आर्थिक मदद की जा रही थी। जानकारी के अनुसार, प्रति वर्ष लगभग 48 लाख रुपए भेजे जा रहे थे। मदरसा को संचालित करने वाली कमेटी का कहना है कि मदद के तौर पर यह रकम भेजी जाती थी। इस धनराशि को लेकर विवेचना की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि गत मंगलवार को प्रयागराज के मदरसे में कुछ किताब बरामद की गई थी. इस किताब में आरएसएस के खिलाफ जहर उगला गया है. यह भी बताया जा रहा है कि इस किताब को महाराष्ट्र के रिटायर्ड पुलिस अधिकारी ने लिखा है. किताब को मदरसे से मंगलवार को बरामद कर लिया गया. इस मदरसे से कुछ दिन पहले मौलवी समेत कुछ लोगों को सौ – सौ के नकली नोट छापने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. नकली नोट के बंडल भी बरामद किये गए थे. आरएसएस के खिलाफ दुष्प्रचार करने वाली इस किताब में लेखक के तौर पर एम एस मुशर्रफ का नाम लिखा हुआ है. लेखक को महाराष्ट्र पुलिस का पूर्व आईजी बताया गया है. पुलिस ने इस किताब के साथ और भी सामग्री बरामद की है. पुलिस का कहना है कि मदरसे के मौलवी पर एनएसए के तहत कार्रवाई की जायेगी.
बता दें कि गत 28 अगस्त को प्रयागराज कमिश्नरेट की पुलिस ने मदरसे के मौलवी समेत चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था. सुनियोजित तरीके से मदरसे का मौलवी, गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर सौ-सौ रुपये के नकली नोट छाप रहा था. पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से एक लाख तीस हजार रुपये के नकली नोट बरामद किये थे. मदरसे का मौलवी उड़ीसा का रहने वाला है. पुलिस को सूचना मिली थी कि प्रयागराज जनपद के अतरसुइया थाना अंतर्गत नकली नोट की अवैध छपाई की जा रही है. इसके बाद पुलिस ने छापा मार कर मोहम्मद अफजल और मोहम्मद शाहिद नाम के दो युवकों को गिरफ्तार किया था. इन दोनों के कब्जे से सौ – सौ रूपये की दो गड्डियां बरामद हुईं थीं. जांच करने पर यह पता लगा कि वो नकली नोटों की गड्डियां थी.। उसके बाद पुलिस शाहिद और अफजल को थाने ले गई। इन दोनों से पूछताछ के बाद पता लगा कि अतरसुइया थाना अंतर्गत जामिया हबीबिया मस्जिद ए आज़म मदरसे में नकली नोट बनाने का अवैध कारोबार किया जा रहा था. इन दोनों अभियुक्तों के बताए हुए ठिकाने पर पुलिस ने छापा मारा था.
मदरसे में जब छापा मारा गया तब वहां पर लैपटॉप, स्कैनर, प्रिंटर, अर्ध निर्मित नोट और 234 पेज बरामद किया गया था. मदरसे के अंदर से जाहिर खान उर्फ अब्दुल जाहिर एवं मदरसे के मौलवी मोहम्मद तफ़्सीरुल आरिफीन को गिरफ्तार किया गया था.पुलिस ने बताया कि अभियुक्त 15 हजार रुपये लेकर 45 हजार मूल्य के नकली नोट बाजार में बेच रहे थे. पिछले 3 महीने से यह अवैध कार्य किया जा रहा था. अफजल और शाहिद प्रयागराज जनपद के करेली थाना क्षेत्र के निवासी हैं. मोहम्मद जाहिर और मौलाना तफ़्सीरुल यह दोनों उड़ीसा राज्य के रहने वाले हैं. पिछले कई वर्षों से मौलवी, प्रयागराज जनपद के अतरसुइया स्थित मदरसे में रह रहा था और प्रयागराज जनपद के खुल्दाबाद और करैली आदि क्षेत्रों में नकली नोट बेचने के धंधे में शामिल था. मौलवी ने पुलिस को बताया कि उसने जाहिर को कमरा किराए पर दिया था. जबकि जाहिर ने पुलिस को बताया कि नकली नोट के धंधे में मौलवी भी शामिल था जो भी कमाई होती थी. उसमे मौलवी का भी हिस्सा रहता था.फिलहाल पुलिस ने मदरसे को सील कर दिया है.
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