दीनी तालीम के नाम पर मदरसों में एक अरसे से जहर घोला जा रहा है। मुस्लिम बच्चों को गलत शिक्षा दी जा रही है। मदरसों में नकली नोट का कारोबार हो रहा है। यहां तक कि देवबंद में तो कई बार आतंकी कनेक्शन भी सामने आ चुका है। फिलहाल प्रयागराज के मदरसे में कुछ किताब बरामद की गई है। इस किताब में आरएसएस के खिलाफ जहर उगला गया है।
यह भी बताया जा रहा है कि इस किताब को महाराष्ट्र के रिटायर्ड पुलिस अधिकारी ने लिखा है। किताब को मदरसे से बरामद कर लिया गया है। इस मदरसे से कुछ दिन पहले मौलवी समेत कुछ लोगों को सौ-सौ के नकली नोट छापने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। नकली नोट के बंडल भी बरामद किये गए थे। आरएसएस के खिलाफ दुष्प्रचार करने वाली इस किताब में लेखक के तौर पर एम एस मुशर्रफ का नाम लिखा हुआ है। लेखक को महाराष्ट्र पुलिस का पूर्व आईजी बताया गया है। पुलिस ने इस किताब के साथ और भी सामग्री बरामद की है। पुलिस का कहना है कि मदरसे के मौलवी पर NSA के तहत कार्रवाई की जायेगी।
इसे भी पढ़ें: दबाव रंग लाया! ममता सरकार लाई ‘एंटी रेप बिल’, विधानसभा में बिल पेश, रेपिस्ट को 10 दिन में फांसी का प्रावधान
उल्लेखनीय है कि गत 28 अगस्त को प्रयागराज कमिश्नरेट की पुलिस ने मदरसे के मौलवी समेत चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था। सुनियोजित तरीके से मदरसे का मौलवी, गिरोह के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर सौ-सौ रुपये के नकली नोट छाप रहा था। पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से एक लाख तीस हजार रुपये के नकली नोट बरामद किये थे। मदरसे का मौलवी उड़ीसा का रहने वाला है। पुलिस को सूचना मिली थी कि प्रयागराज जनपद के अतरसुइया थाना अंतर्गत नकली नोट की अवैध छपाई की जा रही है। इसके बाद पुलिस ने छापा मार कर मोहम्मद अफजल और मोहम्मद शाहिद नाम के दो युवकों को गिरफ्तार किया था।
इन दोनों के कब्जे से सौ-सौ रूपये की दो गड्डियां बरामद हुईं थीं। जांच करने पर यह पता लगा कि वो नकली नोटों की गड्डियां थी। उसके बाद पुलिस शाहिद और अफजल को थाने ले गई। इन दोनों से पूछताछ के बाद पता लगा कि अतरसुइया थाना अंतर्गत जामिया हबीबिया मस्जिद ए आज़म मदरसे में नकली नोट बनाने का अवैध कारोबार किया जा रहा था। इन दोनों अभियुक्तों के बताए हुए ठिकाने पर पुलिस ने छापा मारा था।
मदरसे में जब छापा मारा गया तब वहां पर लैपटॉप, स्कैनर, प्रिंटर, अर्ध निर्मित नोट और 234 पेज बरामद किया गया था। मदरसे के अंदर से जाहिर खान उर्फ अब्दुल जाहिर एवं मदरसे के मौलवी मोहम्मद तफ़्सीरुल आरिफीन को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने बताया कि अभियुक्त 15 हजार रुपये लेकर 45 हजार मूल्य के नकली नोट बाजार में बेच रहे थे। पिछले 3 महीने से यह अवैध कार्य किया जा रहा था। अफजल और शाहिद प्रयागराज जनपद के करेली थाना क्षेत्र के निवासी हैं। मोहम्मद जाहिर और मौलाना तफ़्सीरुल यह दोनों उड़ीसा राज्य के रहने वाले हैं।
इसे भी पढ़ें: झारखंड: प्रेमिका को पाने के लिए इरफान अंसारी ने ही काटा था कॉल गर्ल का सिर, मामा और भाई को फंसाना चाहता था
पिछले कई वर्षों से मौलवी, प्रयागराज जनपद के अतरसुइया स्थित मदरसे में रह रहा था और प्रयागराज जनपद के खुल्दाबाद और करैली आदि क्षेत्रों में नकली नोट बेचने के धंधे में शामिल था। मौलवी ने पुलिस को बताया कि उसने जाहिर को कमरा किराए पर दिया था। जबकि, जाहिर ने पुलिस को बताया कि नकली नोट के धंधे में मौलवी भी शामिल था जो भी कमाई होती थी। उसमें मौलवी का भी हिस्सा रहता था। फिलहाल, पुलिस ने मदरसे को सील कर दिया है।
Leave a Comment