नितेश कुमार ने रेल हादसे में गंवाया पैर, Paralympics 2024 में स्वर्ण जीतकर रचा इतिहास
May 12, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम खेल

नितेश कुमार ने रेल हादसे में गंवाया पैर, Paralympics 2024 में स्वर्ण जीतकर रचा इतिहास

एसएल3 श्रेणी की स्पर्धा निचले अंग की गंभीर विकलांगता वाले उन खिलाड़ियों के लिए वर्गीकृत है, जिनके शरीर के एक तरफ, दोनों पैरों में या अंग की अनुपस्थिति के कारण मध्यम गतिशीलता की चुनौतियां होती हैं।

by योगेश कुमार गोयल
Sep 3, 2024, 09:43 am IST
in खेल
Paralympics 2024 Nitesh Kumar

नितेश कुमार, पैरालंपिक खिलाड़ी

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

पेरिस ओलंपिक में भारत भले ही इस बार एक भी स्वर्ण पदक जीतने में सफल नहीं हो पाया, लेकिन महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल शूटिंग में एसएच1 स्टैंडिंग में अवनि लेखरा द्वारा गोल्ड जीतने के बाद पेरिस पैरालंपिक में भारत के लिए दूसरा स्वर्ण पदक जीतकर बैडमिंटन खिलाड़ी नितेश कुमार ने देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। 2 सितम्बर को नितेश कुमार ने पेरिस पैरालिंपिक में इंग्लैंड के डेनियल बेथेल को हराकर पुरूष एकल एसएल3 बैडमिंटन स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर भारत को खुशियों के वो अनमोल पल प्रदान किए, जिनके लिए भारत ओलंपिक में तरसता रह गया था।

एसएल3 श्रेणी की स्पर्धा निचले अंग की गंभीर विकलांगता वाले उन खिलाड़ियों के लिए वर्गीकृत है, जिनके शरीर के एक तरफ, दोनों पैरों में या अंग की अनुपस्थिति के कारण मध्यम गतिशीलता की चुनौतियां होती हैं। ये एथलीट आधी चौड़ाई वाले कोर्ट पर खड़े होकर प्रतिस्पर्धा करते हैं, जहां उनकी हरकत सीमित हो सकती है लेकिन फिर भी उनके पास शॉट लगाने की पूरी क्षमता होती है। एसएल3 में आधी चौड़ाई वाले कोर्ट पर बैंडमिंटन खेला जाता है।

इसे भी पढ़ें: राष्ट्रीय ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप: विथ्या रामराज ने पीटी उषा का 39 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा

30 दिसंबर 1994 को राजस्थान के चूरू जिले की राजगढ़ तहसील के बास किरतन गांव में जन्मे हरियाणा के 29 वर्षीय बैंडमिंटन खिलाड़ी नितेश ने कमाल की प्रतिभा और अविश्वसनीय लचीलेपन का प्रदर्शन करते हुए टोक्यो पैरालंपिक के रजत पदक विजेता बेथेल को एक घंटा 20 मिनट तक चले बेहद रोमांचक मुकाबले में 21-14, 18-21, 23-21 से हराकर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। पूरे मैच के दौरान पैरा-बैडमिंटन एथलीट नितेश जबरदस्त लय में दिखे और आखिरकार बेथेल को हराकर पैरालंपिक में भारत के खाते में बड़ी जीत दर्ज करने में सफल रहे। नितेश के तीखे रिवर्स हिट, नाजुक ड्रॉप शॉट और शानदार नेट प्ले ने बेथेल को पूरे मैच में थकाये रखा। इस स्वर्णिम जीत के साथ ही नितेश पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले तीसरे भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बन गए हैं।

तीन साल पहले टोक्यो पैरालंपिक में पैरा-बैडमिंटन का डेब्यू हुआ था और तब प्रमोद भगत ने एसएल3 स्पर्धा में ही स्वर्ण पदक जीता था जबकि कृष्णा नागर भी टोक्यो पैरालंपिक में एसएच6 श्रेणी में गोल्ड जीतने में कामयाब रहे थे। अपने अविश्वसनीय कौशल और दृढ़ता के लिए जाने जाने वाले नितेश कुमार के लिए यह पदक इसीलिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि पैरालंपिक का यह मुकाबला दुनिया के दो सर्वश्रेष्ठ माने जाने वाले पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ियों के बीच था और दो शीर्ष वरीयता प्राप्त खिलाड़ी स्वर्ण पदक के लिए भिड़े थे। पैरालंपिक खेलों में नितेश का यह पहला स्वर्ण पदक है।

हालांकि, पैरालंपिक जैसी दुनिया की सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता में नितेश का स्वर्ण पदक जीतने तक का सफर शुरू से ही कठिन चुनौतियों से भरा रहा है। एक नौसेना अधिकारी के बेटे नितेश का कभी अपने पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए सुरक्षा बल में एक अधिकारी के रूप में शामिल होने का ही सपना था, लेकिन 2009 में विशाखापत्तनम में हुई एक रेल दुर्घटना ने उनके तमाम सपनों को चकनाचूर कर दिया। उस रेल दुर्घटना में नितेश ने अपना बायां पैर हमेशा के लिए खो दिया था, लेकिन जिंदगी को झकझोर देने वाले उस हृदयविदारक हादसे ने भी नितेश के हौंसलों को नहीं टूटने दिया। दुर्घटना के बाद लंबे समय तक बिस्तर पर पड़े रहने के बाद उन्होंने कॉलेज में पढ़ाई के दौरान खेलों में कैरियर बनाने का निश्चय किया। पुणे में कृत्रिम अंग केंद्र की यात्रा के दौरान जब उन्होंने युद्ध के मैदान में घायल हुए सैनिकों को अपनी गंभीर चोटों के बावजूद अपनी सीमाओं से आगे बढ़ते देखा तो उनके मन में चुनौतियों से निपटने का दृढ़ संकल्प जागा और उच्च शिक्षा हासिल करने का निर्णय लिया। 2013 में उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) मंडी में दाखिला लिया। आईआईटी मंडी से इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री के साथ ही उन्होंने शिक्षा और खेल में उत्कृष्टता हासिल की। संस्थान में अपने खाली समय के दौरान उन्होंने बैडमिंटन में अपनी रूचि विकसित की और पैराएथलीट बनने का निर्णय लिया।

पैरा-बैडमिंटन में नितेश के कैरियर की शुरूआत 2016 में हुई, जब उन्होंने हरियाणा टीम के हिस्से के रूप में पैरा नेशनल चैंपियनशिप में भाग लिया और कांस्य पदक जीतने में सफल हुए। 2017 में नितेश ने आयरिश पैरा-बैडमिंटन इंटरनेशनल में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता। उसके बाद उन्होंने बीडब्ल्यूएफ पैरा-बैडमिंटन वर्ल्ड सर्किट और एशियाई पैरा गेम्स सहित कई अंतरराष्ट्रीय खिताब जीते। 2019 में उन्होंने खेल और युवा मामलों के विभाग के लिए वरिष्ठ खेल कोच के रूप में काम करना शुरू किया, साथ ही अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भाग लेना भी जारी रखा। नितेश की घरेलू सफलता का शिखर 2020 के राष्ट्रीय खेलों में तब आया, जहां उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक पदक विजेता प्रमोद और मनोज को हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। वह पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने से पहले 2019, 2022 और 2024 में विश्व चैंपियनशिप में दो रजत और एक कांस्य सहित तीन पदक जीत चुके हैं। उन्होंने एशियाई पैरा खेलों में भी चार पदक जीते हैं, जिसमें 2018 जकार्ता एशियाई पैरा खेलों में कांस्य पदक के अलावा 2022 हांगझोऊ एशियाई पैरा खेलों में तीन पदक (एक स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य) शामिल हैं। 14 जून 2022 को एसएल3 श्रेणी में वह दुनिया के नंबर 3 खिलाड़ी बने थे।

इसे भी पढ़ें: शीतल देवी: पिता किसान, बकरियां चराती हैं मां, बिना हाथों के तीरंदाजी में रचा इतिहास

वर्तमान में नितेश पुरुष एकल एसएल3 श्रेणी में विश्व में नंबर 1 रैंक पर हैं। फिलहाल, वह हरियाणा में खेल और युवा मामले विभाग के लिए वरिष्ठ बैडमिंटन कोच के रूप में कार्यरत हैं। किसी भी पैरा-एथलीट का सबसे बड़ा सपना होता है पैरालंपिक खेलों में देश के लिए पदक जीतना और वर्षों की कड़ी मेहनत एवं दृढ़ता के परिणामस्वरूप पेरिस पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के साथ ही नितेश का यह सपना साकार हो गया है। बहरहाल, नितेश और अवनि जैसे पैरालंपिक में पदक जीत रहे तमाम पैरा खिलाड़ी देश के तमाम लोगों के लिए बहुत बड़ी मिसाल हैं, जिन्होंने अपनी विकट शारीरिक बाधाओं के बावजूद जिंदगी से हार मानने के बजाय बुलंद हौंसलों के चलते अपने भीतर कुछ ऐसा विशेष कर दिखाने का सामर्थ्य पैदा किया, जिसके चलते पूरी दुनिया में भारत को गर्व से सीना चौड़ा करने का अवसर मिला।

(लेखक 34 वर्षों से पत्रकारिता में निरंतर सक्रिय वरिष्ठ पत्रकार हैं)

Topics: नितेश कुमारपैरालंपिकnitesh kumarparalympicsaccidentखेल समाचारहादसापेरिस पैरालंपिक 2024
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

Mahakumbh Bolero accident

महाकुंभ में स्नान के लिए जा रहे श्रद्धालुओं की बोलेरो बस से टकराई, 10 की मृत्यु 19 घायल 

US passenger flight collides with Armys helicopter

US plane accident: सेना के हेलिकॉप्टर से टकराया यात्री विमान, नदी में गिरा, पानी से निकाले जा रहे शव

National Sports Award

राष्ट्रीय खेल पुरस्कार: शूटर मनु भाकर, चेस मास्टर डी गुकेश समेत 4 को खेल रत्न, 34 खिलाड़ियों को अर्जुन अवार्ड

सलमान खान (फाइल फोटो)

पहले खो-खो विश्वकप के ब्रांड एंबेसडर बने अभिनेता सलमान खान

बरेली दर्दनाक हादसा

बरेली हादसा: गूगल GPS ने दिखाया गलत रास्ता, नदी में जा गिरी कार, सगे भाइयों समेत तीन युवकों की मौत

पेरिस पैरालंपिक 2024 : भारत का ऐतिहासिक प्रदर्शन, 7 स्वर्ण समेत कुल 29 पदक हासिल

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

jammu kashmir SIA raids in terror funding case

कश्मीर में SIA का एक्शन : पाकिस्तान से जुड़े स्लीपर सेल मॉड्यूल का भंडाफोड़, कई जिलों में छापेमारी

बागेश्वर बाबा (धीरेंद्र शास्त्री)

पाकिस्तान बिगड़ैल औलाद, जिसे सुधारा नहीं जा सकता : पंडित धीरेंद्र शास्त्री

शतरंज खेलना हराम है… : तालिबान ने जारी किया फतवा, अफगानिस्तान में लगा प्रतिबंध

चित्र प्रतीकात्मक नहीं है

पाकिस्तान पर बलूचों का कहर : दौड़ा-दौड़ाकर मारे सैनिक, छीने हथियार, आत्मघाती धमाके में 2 अफसर भी ढेर

प्रतीकात्मक चित्र

पाकिस्तान में बड़ा हमला: पेशावर में आत्मघाती विस्फोट, बलूचिस्तान में पाकिस्तानी सैनिकों के हथियार छीने

स्वामी विवेकानंद

इंदौर में स्वामी विवेकानंद की विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी स्थापित, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने किया भूमिपूजन

भारत की सख्त चेतावनी, संघर्ष विराम तोड़ा तो देंगे कड़ा जवाब, ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के 3 एयर डिफेंस सिस्टम ध्वस्त

Operation sindoor

थल सेनाध्यक्ष ने शीर्ष सैन्य कमांडरों के साथ पश्चिमी सीमाओं की मौजूदा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की

राष्ट्र हित में प्रसारित हो संवाद : मुकुल कानितकर

Jammu kashmir terrorist attack

जम्मू-कश्मीर में 20 से अधिक स्थानों पर छापा, स्लीपर सेल का भंडाफोड़

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies