बांग्लादेश के गाजीपुर स्थित कालियाकैर उपजिला के सफीपुर स्थित बाजार में बने ‘राधागोबिंद लोकनाथ नट मंदिर’ में इस्लामिक कट्टरपंथियों द्वारा तोड़फोड़ किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। इस घटना के बाद हिन्दुओं ने भी इसका कड़ा विरोध किया है।
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क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि लेबू मियां नाम का मुस्लिम व्यक्ति ने मंदिर की जमीन को अपना बताते हुए अपने साथ करीब 50-60 लोगों को अपने साथ लेकर मंदिर पहुंच गया। वहां पहुंचते ही उसने तोड़फोड़ शुरू कर दी। जैसे ही इस घटना की जानकारी स्थानीय हिन्दू समुदाय के लोगों को पता चला तो करीब 200 लोग भी लाठी डंडों के साथ वहां पहुंच गए। दोनों पक्षों में झड़प के कारण 10-12 लोग घायल हो गए हैं।
वहीं इस घटना के विरोध में हिन्दू समुदाय के लोगों ने लाठी डंडे के साथ ढाका-तंगैल राजमार्ग को जाम कर दिया। इस मामले में मुराद हुसैन नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि, एक अन्य गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान नहीं स्पष्ट की गई है। इस बीच सफीपुर श्मशान घाट और राधागोविंद लोकनाथ नट मंदिर के संयुक्त संयोजक हरिपद सरकार का कहना है कि मंदिर वहां पर 1972 से ही है। लेबू मियां इससे पहले भी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीन पर पहले भी कब्जा करने की कोशिश कर चुका है।
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स्थानीय लोगों का कहना है कि स्थानीय ठेकेदार लेबू मिया उर्फ लेबू कोंटाकदर लंबे वक्त से मंदिर की जमीन को कब्जाने की कोशिशें कर रहा था। हालांकि, कई सालों से मंदिर वहां पर स्थित था, जिस कारण वह अब तक अपने कुचक्र में असफल रहा है।
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