भारत और पाकिस्तान के बीच अटारी (भारत) तथा वाघा (पाकिस्तान) की सीमा है यहीं पर पाकिस्तान ने अपनी ओर एक स्थान पर जम्मू कश्मीर में आतंकवाद की पोषक रही हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के मर चुके अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का एक बड़ा फोटो टांगा है।
आतंकवाद का प्रायोजक, जिहाद की फैक्ट्रियां चलाने वाला जिन्ना का कंगाल देश, एक बार फिर अपनी भारत विरोधी नफरत का जीता—जागता जहर उगल रहा है। उसने वाघा बॉर्डर पर अपनी ओर जम्मू कश्मीर के मर चुके अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी की बड़ी सी फोटो टांगी है। जम्मू कश्मीर में जल्दी ही चुनाव होने जा रहे हैं, इसे ही देखते हुए पाकिस्तान ने यह शैतानी चाल चली है।
भारत और पाकिस्तान के बीच अटारी (भारत) तथा वाघा (पाकिस्तान) की सीमा है जहां दोनों तरफ लोहे के बड़े गेट लगे हैं। यही जगह है जहां हर शाम दोनों देशों के ध्वज उतारे जाते हैं और उसे देखने के लिए दोनों तरफ सैकड़ों लोग जमा होते हैं। यहीं पर पाकिस्तान ने अपनी ओर एक स्थान पर जम्मू कश्मीर में आतंकवाद की पोषक रही हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के मर चुके अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी का एक बड़ा फोटो टांगा है।
बेशक, गिलानी की यह फोटो जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों की आहट सुनकर टांगी गई है। पिछले दिनों जम्मू कश्मीर में एक के बाद एक आतंकवादी घटनाएं भी जिन्ना के देश द्वारा कराई गई हैं, जिनका भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया है और उसके भेजे भाड़े के जिहादियों को ढेर किया है।
पाकिस्तान की यह हरकत निश्चित तौर पर भारत को उकसाने के लिहाज से की गई है। सैयद गिलानी बदनाम कश्मीरी अलगाववादी नेता रहा था जिसने हमेशा घाटी में आतंकवाद को जिलाए रखने और उस प्रांत को भारत से काटे रखने की वकालत ही की थी। उसका हर बयान भारत विरोधी और नफरत फैलाने वाला ही होता था। बातचीत और समन्वय के नाम पर वह पाकिस्तान के कथित इशारे पर भारत सरकार को झांसा देने की फिराक में ही रहा था। ऐसे विवादित व्यक्ति की बड़ी फोटो उस जगह पर लगाना जहां भारत और पाकिस्तान के सैकड़ों लोग हर शाम इकट्ठे होते हैं, यह पाकिस्तान सरकार के मिागी दिवालिएपन का एक और उदाहरण ही कहा जा सकता है।
दुनिया जानती है कि पाकिस्तान में महंगाई आसमान छू रही है, खाने के लाले पड़े हैं, अरब के देश और चीन उसके भीख के कटोरे में पैसा न डालते रहें तो वहां की गरीब जनता भूखों मरने लगेगी। ऐसे वक्त पर गिलानी की फोटो टांगना भारत को उकसाने के साथ ही पाकिस्तान के कट्टरपंथी तत्वों को बहकाने की एक चाल हो सकती है।
जिन्ना का कंगाल देश यही चाहता है कि लोगों का दिमाग किसी फितूर में उलझा कर देश की असली दिक्कतों से उन्हें भटका दिया जाए। उस देश में बिजली, पेट्रोल, राशन आदि की कीमतें आम लोगों की पहुंच से बाहर हो चली हैं। सब्जी, दाल को लोग तरस रहे हैं। ऐसे में शायद वहां के नेताओं को लगा हो कि फिर से जम्मू कश्मीर का विषय छेड़कर कट्अरपंथी सोच को हवा दी जाए। इसलिए इसमें संदेह नहीं है कि पाकिस्तान के कम अक्ल नेताओं को गिलानी की फोटो टांगकर उसके पीछे छुपना ही आसान लगा हो।
पड़ोसी इस्लामी देश की इस ओछी हरकत पर सीमा सुरक्षा बल के एक बड़े अफसर का कहना है कि पाकिस्तान ने यह भड़काने वाली हरकत जम्मू कश्मीर का विषय उभारने की कोशिश के तौर पर की है। यह सही है कि दोनों देशों की इस सीमा पर कोई तनाव नहीं दिखता। लेकिन इस फोटो को टांगकर आतंकवाद का प्रायोजक देश बेवजह का मुद्दा उठाना चाहता है।
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