साइबर अपराधियों का जाल लगातार फैलता जा रहा है, और वे नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने के लिए तैयार रहते हैं। हाल ही में, एक ऐसी घटना सामने आई जिसने सबको हैरान कर दिया। एक स्कैमर ने खुद को सुप्रीम कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश (CJI) बताया और कैब के लिए 500 रुपये मांगे। इस घटना ने साइबर धोखाधड़ी के खतरनाक पहलुओं को उजागर किया है तथा हमें चेतावनी दी है कि हमें अपनी सुरक्षा के प्रति अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।
साइबर अपराध का बढ़ता खतरा
साइबर अपराधी अब तकनीकी रूप से अत्यधिक परिपक्व हो चुके हैं और वे नई-नई योजनाओं के साथ लोगों को ठगने के लिए तैयार रहते हैं। सुप्रीम कोर्ट के CJI जैसी उच्च पदस्थ हस्तियों के नाम का दुरुपयोग करना न केवल गंभीर है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि स्कैमर्स किसी भी हद तक जा सकते हैं।
अगर आपको किसी अज्ञात नंबर से कॉल आती है और कॉलर खुद को किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति या संस्था का प्रतिनिधि बताता है, तो सतर्क हो जाएं। बिना किसी प्रमाण के उस व्यक्ति पर विश्वास न करें और उसके द्वारा दी गई जानकारी की पुष्टि करें।
किसी भी महत्वपूर्ण संस्था या अधिकारी से जुड़ी जानकारी की सत्यता की जांच करें। अगर कोई आपसे पैसे मांगता है, तो संबंधित संस्था के आधिकारिक नंबर पर संपर्क करें और सत्यापन करें।
फोन पर कभी भी अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे बैंक खाते की जानकारी, पिन, ओटीपी आदि साझा न करें। साइबर अपराधी इस जानकारी का दुरुपयोग कर सकते हैं।
अगर आपको लगता है कि आप ठगी का शिकार हो सकते हैं, तो इसे तुरंत साइबर क्राइम विभाग में रिपोर्ट करें। इसके लिए सरकार ने साइबर क्राइम पोर्टल भी शुरू किया है, जहां आप अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
हमेशा सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध कॉल या मैसेज से सावधान रहें। अगर आपको लगता है कि कुछ गलत है, तो उसकी जांच करें और सावधानी बरतें।
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