उत्तराखंड डेमोग्राफी चेंज : देहरादून के 28 हिंदू बाहुल्य गांवों में अल्पसंख्यक हुए हिंदू, तेजी से बढ़ गई मुस्लिम आबादी
May 24, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तराखंड

उत्तराखंड डेमोग्राफी चेंज : देहरादून के 28 हिंदू बाहुल्य गांवों में अल्पसंख्यक हुए हिंदू, तेजी से बढ़ गई मुस्लिम आबादी

कांग्रेस शासन काल में सरकारी जमीनें खुर्दबुर्द, अवैध कब्जे कर बना दी गई मस्जिदें और मदरसे. यूपी से लगे विकासनगर, सहसपुर ,हरबर्टपुर आदि क्षेत्रों में हो रहा बड़ा बदलाव

by दिनेश मानसेरा
Aug 28, 2024, 03:33 pm IST
in उत्तराखंड
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

देहरादून । जिले के पछुवा इलाके के गांव के गांव जो कभी हिंदू बाहुल्य हुआ करते थे अब मुस्लिम बाहुल्य हो गए है।देवभूमि उत्तराखंड में डेमो ग्रैफी चेंज का सबसे बड़ा उदाहरण ,हिमांचल ,हरियाणा और उत्तर प्रदेश के जुड़े इस सीमांत क्षेत्र में प्रवेश लेते ही दिखाई देने लगा है। ऊंची ऊंची मस्जिदों को मिनारे,बड़े बड़े मदरसे यहां की पहचान होते जा रहे है।

उत्तराखंड के देहरादून जिले के  पछुआ यानि पश्चिम क्षेत्र विकासनगर, हरबर्टपुर, सहसपुर, सेलाकुई आदि क्षेत्रों में  कट्टर मुस्लिम संगठनों की सक्रियता भविष्य के लिए चिंता पैदा करने के लिए काफी है। मस्जिदों मदरसों की बढ़ती संख्या और वहां चल रही मुस्लिम संगठनों की गतिविधियां शासन प्रशासन के लिए चुनौतियां पैदा करने लगी है।

हिमाचल यूपी हरियाणा के साथ लगी उत्तराखंड सीमा के पछुवा देहरादून इलाके में योजनाबद्ध तरीके से मुस्लिम आबादी  बढ़ रही है। यहां गांव के गांव मुस्लिम बाहुल्य हो चुके है जबकि बीस साल पहले यहां इक्का दुक्का मुस्लिम परिवार ही रहा करते थे।

28 गांव हिंदू से मुस्लिम बाहुल्य हुए

पछुवा देहरादून के 28 गांव ऐसे है जो राज्य बनने तक  तक हिंदू बाहुल्य थे और अब मुस्लिम बाहुल्य हो चुके है। इनमे ढकरानी, ढालीपुर, कुंजा, कुँजा ग्रंट, कुल्हाल, धर्मावाला, तिमली, बैरागीवाला, जमनीपुर, केदारा वाला, बुलाकीवाला,मेहूवाला खालसा,जीवनगढ़,नवाब गढ़,जसोवाला, माजरी, आमवाला पौंधा, जाटों वाला, सभावाला, कल्याणपुर हसनपुर, शेरपुर,सिंहनीवाला, शीश मबाडा, खुशहालपुर, ढाकी, सहसपुर, लक्ष्मी पुर, रामपुर कलां, शंकर पुर।

इनमे ढकरानों का एक उदाहरण ले तो  1991 में यहां हिंदू आबादी 80 फीसदी थी और 20 प्रतिशत मुस्लिम आबादी थी, 2023 में  यहां 60 फीसदी मुस्लिम और 40 प्रतिशत हिंदू और अन्य की बसावट हो गई है। जो हिंदू नाम के गांव थे और वहां हिंदू ही ज्यादा रहते थे जैसे शंकरपुर, लक्ष्मी पुर, रामपुर ये अब मुस्लिम गांव है।

इन 28 गांवों के अलावा  मुख्य शिमला बाई पास मार्ग,  आसन बैराज मार्ग के दोनो तरफ सरकारी जमीनों पर मुस्लिम आबादी ने अवैध कब्जे कर रखे है। अमलावा ,नौरा, जमुना, कालसी, टोंस आदि नदियों के किनारे जमीनों पर मुस्लिमो के अवैध कब्जे चिन्हित हुए है।

मानसिक अस्पताल, फ्लाई ओवर के नीचे की सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे करने वाले सहारनपुर,मुजफ्फरनगर, बिजनौर आदि जिलों से आए मुस्लिम लोगो ने स्थानीय जन प्रतिनिधियों के संरक्षण में कब्जे किए है। जनप्रतिनिधियों का नाम इस लिए लिया जा रहा है क्योंकि इनके ग्राम प्रधानों ने ग्राम समाज की भूमि पर अवैध रूप से बसावट करवाई है। इनमे से दो ग्राम प्रधानों की प्रशासनिक जांच भी चल रही है।

बताया गया है कि जनसंख्या असंतुलन के ये मामले कांग्रेस शासनकाल में शुरू हुए थे और अब तक जारी है।

पछुवा देहरादून में सौ से ज्यादा मस्जिदें, 46 अवैध मदरसे पिछले कुछ सालो में खड़े हो गए है। इनकी न तो प्रशासन से अनुमति है और न ही प्रशासन ने इन्हे रोकने के लिए कोई जरूरी कदम उठाए है। जबकि सुप्रीम कोर्ट के ये आदेश है कि 2009 के बाद बिना जिलाधिकारी के कोई भी नया धार्मिक स्थल नही बनाया जा सकता और यदि किसी पुराने की मरम्मत भी होगी तो भी उसके लिए अनुमति आवश्यक है। लेकिन यहां बिना किसी रोक टोक आलीशान इमारतें मस्जिदों , मदरसों की बनाई जा रही है।

यहां इस्लामिक कट्टरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मस्जिदों में परिवार रजिस्टर रखे हुए है जिनमे जुम्मे के दिन आने वालों की बकायदा हाजिरी लगाई जाती है जो नही आया तो उसकी पूछताछ की जाती है।

हिंदू विरोधी गतिविधियां

पिछले साल कांवड़ यात्रा के दौरान पथराव, नाबालिग लड़कियों के साथ मुस्लिम युवकों की हरकतों के मामलो में जिस तरह से मुस्लिम सेवा संगठनों और भीम आर्मी से जुड़े मुस्लिम युवकों ने इस्लामिक धार्मिक नारे लगाए उससे ये बात साबित हो जाती है कि यहां अब मुस्लिम कट्टरपंथी अपना स्थान बना रहे है और हिंदू  लोग यहां अल्पसंख्यक हो रहे है और उन्हे प्रताड़ित भी किया जा रहा है।

यहां ढकरानी, सहसपुर हरबर्टपुर रामपुर मंडी सेलाकोई जैसे बड़े बड़े गांव में मुस्लिम समुदाय का राजनीतिक सामाजिक और धार्मिक वर्चस्व हो चुका है।

ये मुस्लिम जनप्रतिनिधि बनकर अपने धर्म के लोगो को यूपी से लाकर यहां ग्राम समाज  की भूमि ,वन भूमि, नदी श्रेणी की भूमि और अन्य सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे करवा कर बसा रहे है, जिनकी जांच हुई तो उसके प्रमाण जिला प्रशासन और विकासनगर प्रशासन को भी मिले है। फर्जी दस्तावेजों से आधारकार्ड बना कर इन्हे सरकारी जमीनों पर कब्जे दिलाए जा रहे है।

ये वही क्षेत्र है जहां से मुस्लिम यूनिवर्सिटी बनाए जाने की मांग उठी थी। जानकारी के मुताबिक कांग्रेस केंद्र साल के शासन काल में यहां की डेमोग्राफी ही बदल गई है। यहां के विधायको, ब्लाक प्रमुखों के कार्यकाल में मुस्लिम तुष्टिकरण,वोट बैंक की राजनीति ने  यहां मुस्लिम आबादी को बढ़ने दिया और अब हालात बेकाबू होते जा रहे है।खनन ,भू संपत्ति कब्जाने ,ड्रग्स और अन्य गैर कानूनी गतिविधियों में लगे मुस्लिम युवाओं को राजनीतिक संरक्षण बेखौफ मिल रहा है।

लव जिहाद की बढ़ती घटनाएं

पिछले दिनों लव जिहाद की घटनाओं में जिस तरह से यहां के मुस्लिम जिहादियों की तरह पेश आए उसे देख पुलिस महकमा भी अचंभित था।

खुले आम पुलिस के अधिकारियों के सम्मुख रॉड तलवार डंडे लेकर मस्जिद में और बाहर सड़क पर जिहादी नारे लगाए गए। पुलिस ने अपनी जांच पड़ताल मे राशिद कबाड़ी और उसके गिरोह की संलिप्तता पाई।यहां मुस्लिम सेवा संगठन ने अपनी जड़े जमा ली है जोकि कथित रूप से  हिंदू जनमानस के खिलाफ माहौल बनाने का काम करता रहा है।

बरहाल पछुवा देहरादून ,जिहादी बारूद के ढेर पर बैठा हुआ बन चुका है। जिसे लेकर हिंदू संगठन बार बार पुलिस प्रशासन को भी चेता रहे है कि यहां अवैध रूप से बसे लोगो को तुरंत हटाया जाए अन्यथा ये लोग एक दिन ऐसा कुछ कर देंगे जिसे लेकर शासन प्रशासन को पछताना पड़ जाएगा।

Topics: hindu-muslim disputeDehradun Muslim populationकांग्रेस मुस्लिम तुष्टिकरणdemography change UttarakhandCongress Muslim appeasementillegal occupation Uttarakhandउत्तराखंड डेमोग्राफिक बदलावmosque madrasa disputeदेहरादून मुस्लिम आबादीlove jihad Uttarakhandडेमोग्राफी चेंज उत्तराखंडDehradun western areaअवैध कब्जे उत्तराखंडमस्जिद मदरसा विवादलव जिहाद उत्तराखंडदेहरादून पछुवा इलाकाहिंदू-मुस्लिम विवादUttarakhand demographic change
Share182TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

उत्तराखंड : जौनसार बावर जनजाति क्षेत्र में भी डेमोग्राफी चेंज, लोगों ने मुखर होकर जताया विरोध

‘ऋषिकुल के रोजा इफ्तार पर परोसा गया मांस’ : हरिद्वार में बायलॉज उल्लंघन पर हिन्दूनिष्ठ संगठनों का प्रदर्शन

Congress Muslim Appeasment

गांधी परिवार पर मुस्लिम तुष्टिकरण के आरोप पुख्ता हुए

अय्यपा माला तोड़ी, हमला कर शर्ट फाड़ दी : भक्त को देखकर भड़का ज़ियाउल हक़, मारपीट कर की गाली-गलौज

हिन्दू लड़की का पीछा कर छेड़छाड़ करता था ‘नूर मोहम्मद’ : लव जिहाद के खिलाफ लोगों ने सड़क पर किया हनुमान चालीसा का पाठ

देहरादून रेलवे स्टेशन पर बवाल : हिन्दू से विवाह करने पहुंची मुस्लिम युवती, विरोध में पहुंचे मुस्लिमों ने की पत्थरबाजी

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

तिरुपति बालाजी मंदिर में नमाज विवाद: श्रद्धालुओं में आक्रोश, टीटीडी की चुप्पी

Hrish puri UN exposes Pakistan on terrorism ground

बेशर्म पाकिस्तान! आतंकी हमले करने के बाद नागरिक सुरक्षा पर UN में बांट रहा ज्ञान, भारत ने बोलती बंद कर दी

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ @100 : राष्ट्र निर्माण की यात्रा, आपके सहभाग की प्रतीक्षा

Bareilly News, crime news, Bareilly News Today, Bareilly News in Hindi, Bareilly latest news, Uttar Pradesh news

हल्द्वानी में फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र का खुलासा: बनभूलपुरा में कब्रिस्तान कमेटी पर FIR

Shashi Tharoor shows mirror to Congress

पिछले कई सालों से झेल रहे आतंकवाद, दुनिया को भारत के नए रुख से अवगत कराएंगे: शशि थरूर

Germany Knife attack

जर्मनी के हैम्बर्ग रेलवे स्टेशन पर चाकू से हमला: 17 घायल, ‘लोन वुल्फ अटैक’ की आशंका

एस जयशंकर, भारत के विदेश मंत्री

‘पाकिस्तान से सख्ती से निपटेंगे, कोई भ्रम न हो, परमाणु ब्लैकमेल नहीं चलेगा’, बोले जयशंकर, ट्रंप पर पूछे सवाल का भी जवाब

विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करते जर्मनी के विदेश मंत्री जोहान वाडेफुल

आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ जर्मनी,  विदेश मंत्री ने किया भारत के आत्मरक्षा अधिकार का समर्थन

पाकिस्तानी विमान 1 महीने और भारतीय एयरस्पेस में नहीं कर सकेंगे प्रवेश, NOTAM 23 जून तक बढ़ाया

गणित का नया फॉर्मूला: रेखा गणित की जटिलता को दूर करेगी हेक्सा सेक्शन थ्योरम

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies