मध्य प्रदेश के छतरपुर में थाने पर हमला करने के मुख्य आरोपी हाजी शहजाद अली को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह विदेश न भाग जाए, इसलिए उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर पहले ही जारी कर दिया गया था। शहजाद की आलीशान कोठी को भी ध्वस्त कर दिया गया है।
छतरपुर में 21 अगस्त को मुस्लिम कट्टरपंथियों की भीड़ ने थाने का घेराव कर लिया था। कट्टरपंथियों ने बच्चों को आगे कर पथराव भी किया था। एफआईआर के मुताबिक उनके हाथों में तलवार और राड भी थी। इस हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
इस हमले में पूर्व कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष हाजी शहजाद अली का नाम आया। प्रशासन ने उसके घर पर कार्रवाई के तौर पर बुलडोजर चलाया। मामले में करीब 200 लोगों पर एफआईआर दर्ज की। इनमें 46 नामजद और 150 अज्ञात हैं।
भीड़ के पास थी तलवार
पुलिस ने इस संबंध में एफआईआर दर्ज की है। उसके मुताबिक बुधवार को दोपहर करीब 2.45 बजे शहर सदर जावेद अली के साथ एवं पूर्व सदर शहजाद हाजी, अनजान उर्फ अंजार राईन, यूसुफ, अरमान, जुगनू बान उर्फ गुलाम, सोनू खान तथा अन्य 100-150 से अधिक लोग थाना परिसर में आए। उनके साथ नाबालिग बच्चे भी थे। भीड़ पूर्व योजना के अनुसार डंडा, पत्थर, लोहे की राड, तलवार छिपाकर रखे हुए थी। ज्ञापन देने के नाम से आई भीड़ ने नारेबाजी की। भीड़ अधिक आक्रोशित होकर थाने के अंदर बरामदे में आ गई तो पुलिस ने रोकने के संपूर्ण वैधानिक प्रयास किये लेकिन भीड़ उन्मादी होकर पुलिस स्टाफ से हथियार व हेल्मेट, डंडा, बाडीगार्ड, आंसू गैस छीनने का प्रयास करने लगी। गाड़ियों में तोड़फोड़ की। थाना परिसर में रखी अधिग्रहित गाड़ी बोलेरो के कांच टूट गये एवं अन्य उपस्थित पत्रकार की स्कूटी एवं थाना परिसर में पूर्व से रखे वाहन और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। अत्यधिक पुलिस बल आता देख सभी लोग थाना परिसर से पत्थरबाजी करते हुये भागने लगे।
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