बलूचिस्तान सूबे के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने अपनी सरकार की तरफ से इस आतंकवादी कृत्य की तीखी भर्त्सना करते हुए इसे कायरतापूर्ण हरकत बताया है। उन्होंने मारे गए लोगों के परिजन को अपनी संवेदनाएं प्रेषित की हैं।
जिन्ना के कंगाल देश में बलूचिस्तान से एक बड़ी खबर आ रही है। इसके बनुसार, वहां बलूच विद्रोहियों ने कम से कम 23 पाकिस्तानी फौजियों को गोलियों से भून दिया है। सामने आए घटनाक्रम के अनुसार, बलूच लिबरेशन आर्मी के लड़ाकों ने दावा किया है कि उन्होंने पंजाब सेना के उन जवानों को शिकार बनाया है जो सादे कपड़ों में बस में सवार थे। बस को बीच रास्ते में रोककर यह हमला बोला गया था।
बलूच लिबरेशन आर्मी या बीएलए ने घोषणा की है कि उसके द्वारा पूरे सूबे में पाकिस्तानी सेना के विरुद्ध ‘ऑपरेशन हेरोफ’ चल रहा है। इस आपरेशन के तहत यह हमला बोला गया था। बलूच नेता नवाब बुग्ती की बरसी पर उनको याद करते हुए बलूच विद्रोहियों द्वारा बोला गया यह हमला हाल के वक्त के सबसे बड़े हमलों में से एक बताया जा रहा है।
विद्रोहियों ने पहले एक सुनसान रास्ते से जा रहे ट्रकों और बसों को रोका और उनमें से सवारिायें को उतारा। फिर एक एक की पहचान पूछी गई। मारे गए लोगों की पहचान पंजाबी के नाते की गई थी।
पाकिस्तान के अंग्रेजी दैनिक द डॉन ने रिपोर्ट दी है कि सभी मृतक लोग पंजाब सूबे के थे। बलूच विद्रोहियों का यह हमला मुसाखैल जिले में हुआ। बीएलए के वहीं से जारी बयान में बताया गया है कि इस हमले में कुल 62 लोगों की मौत हुई है। उसने सादे कपड़ों में सफर कर रहे पाकिस्तानी फौजियों की जान ली है। हमले के दौरान विद्राहियों ने 10 वाहन फूंक डाले।
जबकि पाकिस्तान के मीडिया में आए समाचार मरने वालों की संख्या 23 बता रहे हैं। उनके अनुसार भी पहले सभी को बसों से उतारा गया और फिर सबको पहचान पत्र दिखाने को कहा। इसके बाद 23 लोगों को गोलियों से भून डाला। मूसाखैल के असिस्टेंट कलेक्टर नजीब का कहना है कि हथियारों से लैस हमलावरों द्वारा राराशम में एक इंटरस्टेट राजमार्ग पर बसों को रोककर यात्रियों में से जो पंजाब सूबे का निकला उसे मार डाला।
उधर बलूचिस्तान सूबे के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने अपनी सरकार की तरफ से इस आतंकवादी कृत्य की तीखी भर्त्सना करते हुए इसे कायरतापूर्ण हरकत बताया है। उन्होंने मारे गए लोगों के परिजन को अपनी संवेदनाएं प्रेषित की हैं। बुगती ने यह भी कहा है कि आतंकवादी और उनकी मदद करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
बलूचिस्तान में पंजाब के लोगों के प्रति एक अजीब सा नफरत का भाव दिखाई देता है। खासकर इसलिए क्योंकि पाकिस्तानी सेना के अधिकांश जवान इसी सूबे से आते हैं। लगभग चार महीने पहले भी नोश्की इलाके में एक बस को रोककर हथियारों से लैस हमलावरों ने इसी प्रकार उनकी पहचान के कागज देखने के बाद उन्हें गोलियां मार दी थीं।
बीएलए का यह ‘ऑपरेशन हेरोफ’ मुख्यत: पाकिस्तानी सुरक्षाकर्मियों के विरुद्ध चल रहा है। यह आपरेशन पूरे बलूचिस्तान सूबे में चल रहा है। बलूच विद्रोहियों द्वारा रेलमार्ग का एक पुल भी उड़ाया गया है। उल्लेखनीय है कि जिन्ना के देश के तत्कालीन तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने बलूचों के लोकप्रिय नेता नवाब बुग्ती को पाकिस्तान के कोहलू में मिसाइलों के हमले में मौत के घाट उतरवाया था। नवाब बुगती बलूचिस्तान के गवर्नर और मंत्री रहे थे। पूरा बलूचिस्तान आज बुगती की बरसी मना रहा है।
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