टिहरी, उत्तराखंड । जनपद टिहरी के घुत्तू क्षेत्र में पिछले चार दिनों से हो रही भारी बारिश और अतिवृष्टि ने जनजीवन को गंभीर रूप से प्रभावित कर दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया और राहत एवं बचाव कार्यों की स्थलीय समीक्षा की।
मुख्यमंत्री धामी ने मलेथी में आपदा प्रभावित परिवार श्रीमती दुर्गा देवी से मुलाकात की और हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने बताया कि घुत्तू में भारी बारिश और बादल फटने की वजह से कई मकान और मवेशी प्रभावित हुए हैं। उन्होंने जिला प्रशासन को तत्काल सहायता प्रदान करने और क्षति का आकलन कर पुनर्निर्माण के कार्यों को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि धन की कमी राहत कार्यों में रुकावट नहीं बनेगी और आपदा से हुए नुकसान की भरपाई जल्द की जाएगी।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने जानकारी दी कि 21 अगस्त की रात को हुई अतिवृष्टि से तहसील घनसाली क्षेत्र में 29 भवनों को क्षति पहुंची है, जिनमें 6 भवन पूरी तरह से क्षतिग्रस्त और 23 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हैं। अब तक लगभग 10 लाख रुपये की धनराशि क्षतिग्रस्त मकानों के लिए वितरित की जा चुकी है। आंशिक क्षति वाले भवनों के 20 परिवारों को सुरक्षा के दृष्टिगत राहत शिविरों में रखा गया है।
जिलाधिकारी ने बताया कि 17 पशुओं की मृत्यु हुई है और लगभग 24 पेयजल लाइनों को नुकसान पहुंचा है। सड़क, पुलिया, विद्युत लाइनों और अन्य परिसंपत्तियों को भी काफी नुकसान हुआ है। वर्तमान में 450 परिवारों की कृषि क्षति का आकलन कर लिया गया है और 3-4 गांवों का सड़क मार्ग से संपर्क कट चुका है, जिसके सुधार का कार्य जारी है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यदि आवश्यकता पड़ी तो कुछ गांवों के विस्थापन की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी या किराए के घरों के लिए सहायता प्रदान की जाएगी।
इस अवसर पर विधायक घनसाली शक्ति लाल शाह, एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर, एसडीएम अपूर्वा सिंह, और डीएसओ मनोज डोभाल भी उपस्थित रहे।
उत्तराखंड में इस आपदा के चलते राहत और बचाव कार्य तेजी से चल रहे हैं, और सरकार हर संभव प्रयास कर रही है ताकि प्रभावितों को शीघ्र सहायता प्राप्त हो सके।
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