देहरादून: नाबालिग किशोरी के साथ देहरादून आईएसबीटी में हुए गैंगरेप मामलें में ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए दून पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले पांचों आरोपियों को एक-एक कर गिरफ्तार कर लिया हैं। वहीं रविवार एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने महिला आयोग की अध्यक्षा के साथ चाइल्ड वेलफेयर केयर में जाकर पीड़िता से मुलाकात कर बातचीत की।
एसएसपी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ सख़्त जांच के लिए FSL (फॉरेंसिक टीम) के साथ एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया हैं। जो उनकी क्लोज मॉनिटरिंग में पूरे प्रकरण से जुड़े हर साक्ष्य व सबूतों को गहराई एकत्र कर आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई में जुटी हैं। वही बाल कल्याण समिति द्वारा दिए गए तहरीर के आधार पर सभी अभियुक्तों के खिलाफ तत्काल थाना पटेल नगर पर नए कानून धारा 70(2) BNS व 5(g)/6 पॉक्सो अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया हैं।
आरोपियों को कठोर से कठोर सजा के लिए पुलिस कटिबद्ध: SSP दून
एसएसपी देहरादून ने कहा कि जिस तरह मानसिक रूप से अस्वस्थ नाबालिग किशोरी के साथ हुई घटना घटित हुई हैं, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और अति संवेदनशील अपराध हैं। पुलिस की ओर से आरोपियों के खिलाफ इलेक्ट्रॉनिक सीसीटीवी और साइंटिफिक सहित तमाम तरह के एविडेंस एकत्र कर उन्हें कठोर से कठोर सजा दिलाने के लिए दून पुलिस कटिबद्ध होकर कानूनी कार्रवाई कर रही हैं।
पुलिस के अनुसार, शनिवार 17 अगस्त 2024 को बाल कल्याण समिति देहरादून के सदस्य प्रतिभा जोशी द्वारा थाना पटेल नगर पर लिखित तहरीर दी गई। उन्होंने तहरीर में बताया कि चाइल्ड लाइन की टीम द्वारा बीते 12/13 अगस्त 2024 की देर रात्रि में आईएसबीटी से पंजाब निवासी एक नाबालिक युवती को रेस्क्यू कर बाल कल्याण समिति देहरादून के समक्ष पेश किया गया था। साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से पीड़िता को राजकीय बालिका निकेतन में रखा गया था। इसके बाद बालिका की काउंसलिंग के दौरान उसके द्वारा बताया गया कि उसके साथ 12 अगस्त 2024 की देर रात्रि में ISBT बस अड्डे में अज्ञात व्यक्तियों के द्वारा दुष्कर्म किया गया।
वही इस केस में पंजीकृत मुकदमे के वर्कआउट को लेकर तत्काल एसएसपी देहरादून द्वारा विशेष पुलिस बल का गठन कर स्वंय पीड़ित नाबालिक बालिका से मिलकर उससे घटना की जानकारी ली गई। साथ ही तत्काल अन्य संबंधित विभागों से समन्वय स्थापित कर घटना में संयुक्त रूप तत्काल कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश पुलिस टीम को दिये गये। इसके साथ ही एसएसपी द्वारा स्वंय घटनास्थल का निरीक्षण कर फॉरेंसिक टीम की सहायता से साइंटिफिक तरीके से साक्ष्य संकलन की कार्यवाही कराते हुए पुलिस टीम को लगातार ब्रीफ किया गया। अब विशेष जांच गठित कर एसएसपी देहरादून द्वारा इस घटना की स्वयं क्लोज मॉनिटरिंग की जा रही है।
अभी तक पुलिस की जांच-विवेचना में ये जानकारियां
पुलिस के अनुसार, घटना की प्रारम्भिक विवेचना में पुलिस को जानकारी मिली कि उक्त नाबालिक बालिका बीते 12/13 अगस्त 2024 की देर रात्रि में देहरादून ISBT में प्लेटफार्म न०-12 की बेंच में बैठी थी। इसकी सूचना गार्ड द्वारा ISBT में चाइल्ड लाइन डैस्क को दी गई। इसके बाद मौके पर आकर चाइल्ड हेल्प टीम ने उस नाबालिक बालिका से जानकारी की गई तो वह मौके पर सामान्य प्रतीत हो रही थी। लेकिन, ये भी देखा गया कि मानसिक रूप से अस्वस्थ नजर आने पर वह अपने बारे में ज्यादा जानकारी नही दे पा रही थी। हालांकि, पीड़िता द्वारा चाइल्ड लाइन को यह जरूर बताया गया कि उसके मां-बाप नही हैं।
चूंकि मौके पर बालिका सामान्य लग रही थी और ना ही उसमें कोई घबराहट नज़र आयी। इतना ही नहीं उसके द्वारा घटना के सम्बंध में कोई जानकारी चाइल्ड लाइन को उस समय नहीं दी गई। ऐसे में मौके पर किसी प्रकार का संदेह न होने पर चाइल्ड लाइन द्वारा नाबालिक बालिका को बाल कल्याण गृह भेजा गया। लेकिन, नाबालिक बालिका सामान्य अवस्था में थी, तो बाल कल्याण गृह द्वारा उसका सामान्य मेडिकल करवाकर उसकी कांउसलिंग की गई। चाइल्ड लाइन द्वारा बालिका की प्रारम्भिक काउंसलिंग में फिर से नाबालिग बालिका द्वारा अपने माँ-बाप के न होने की जानकारी दी गई। इसके साथ ही बताया गया कि वह मुरादाबाद की रहने वाली है। और मुरादाबाद से वह पहले दिल्ली गई थी,और फिर दिल्ली कश्मीरी गेट से वह बस में बैठकर देहरादून आयी। यहाँ उसके साथ कुछ लोगों द्वारा जबरदस्ती की गई।
पुलिस के अनुसार, चूंकि काउसलिंग के दौरान बालिका मानसिक रूप से अस्वस्थ प्रतीत नहीं हो रही थी और बार-बार अपने बयान बदलकर खुद को कभी मुरादाबाद व कभी पंजाब की रहने वाली बता रही थी। ऐसे में काउंसलिंग टीम द्वारा उक्त बालिका से लगातार पूछताछ की गई, तो तब जाकर बालिका के साथ दुष्कर्म घटना का होना प्रकाश में आया। ऐसे में तत्काल चाइल्ड वेल्फेयर लाइन (CWC) द्वारा थाना पटेलनगर पर घटना के सम्बंध में तहरीर देकर पुलिस को सूचित किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुकदमा पंजीकृत करते हुए एसएसपी देहरादून द्वारा घटना के वर्कआउट को लेकर तत्काल स्पेशल टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम द्वारा नाबालिक बालिका की काउंसलिंग करते हुए उससे गहनता से पूछताछ की गई तो उसके द्वारा पुलिस को भी अपने मां-बाप के न होने की जानकारी दी गई। और बार-बार अपने बयानों को बदला गया। लेकिन इसके बावजूद पुलिस द्वारा पीडिता से तसल्लीपूर्वक पूछताछ करने और अन्य प्रयायों से पीडिता के परिजनों की जानकारी प्राप्त हुई।
ज्ञात हुआ कि पीडिता के मां-बाप जिन्दा हैं, और परिजनों से सम्पर्क करने पर उनके द्वारा बालिका के पूर्व में भी कई बार अपने घर से बिना बताये चले जाने की जानकारी दी गई। परिजनों बताया कि हर बार विभिन्न माध्यमों से प्राप्त सूचना पर पीड़िता को घर वापस लाना बताया गया।
ISBT में लगे CCTV कैमरों और घटनाक्रम वाले रोडवेज बस से फॉरेंसिक टीम ने जुटाए एविडेंस
पुलिस जांच टीम के अनुसार, अभी तक की विवेचना के दौरान जांच में आया कि बीते 12/13 अगस्त 2024 को देर रात्रि लगभग 2 बजे के आसपास उक्त नाबालिक बालिका के साथ दिल्ली से देहरादून आयी बस में दुष्कर्म होना प्रकाश में आया हैं। पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन करते हुए घटना में प्रयुक्त बस के सम्बंध जानकारी करते हुए उसे कब्जे में लिया गया हैं। वही घटना में शामिल सभी 05 संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। वही कब्जे में ली गई बस से फॉरसिक टीम द्वारा आवश्यक साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की जा रही है। घटना की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच टीम द्वारा गहनता से विवेचना प्रचलित हैं।
गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों का नाम/ पता-
(1) धर्मेंद्र कुमार पुत्र यशपाल सिंह, निवासी ग्राम बंजारा वाला ग्रांट, थाना बुग्गा वाला, हरिद्वार, उम्र 32 वर्ष
(2) देवेंद्र पुत्र फूलचंद निवासी चूडियाला, भगवानपुर, हरिद्वार उम्र 52 वर्ष
(3) रवि कुमार पुत्र दयाराम निवासी ग्राम सिला, थाना – नवाबगंज, जिला फर्रुखाबाद, उम्र 34 वर्ष
(4) राजपाल पुत्र स्व0 किशन सिंह निवासी बंजारावाला ग्रांट, थाना बुग्गावाला, हरिद्वार, उम्र 57 वर्ष
(5) राजेश कुमार सोनकर पुत्र स्व0 लाल चंद्र सोनकर निवासी माजरा, पटेलनगर, उम्र 38 वर्ष
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