नई दिल्ली, (हि.स.)। भारतीय तटरक्षक बल महानिदेशक राकेश पाल का रविवार को दिल का दौरा पड़ने से चेन्नई में निधन हो गया। राकेश पाल रविवार सुबह ही रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के साथ तटरक्षक बल के एक कार्यक्रम में सम्मिलित हुए थे। दोपहर बाद उन्हें अचानक सीने में तेज दर्द महसूस हुआ, उन्हें राजीव गांधी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। इसकी सूचना मिलते ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अस्पताल जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री भी अस्पताल पहुंचे। राकेश पाल की पार्थिव देह को दिल्ली लाया जाएगा, जहां उनका अंतिम संस्कार होगा।
भारतीय तटरक्षक बल के 25 वें महानिदेशक राकेश पाल ने 34 वर्षों से अधिक के करियर में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। वे कमांडर तटरक्षक क्षेत्र (उत्तर पश्चिम), उप महानिदेशक (नीति और योजना) और तटरक्षक मुख्यालय, नई दिल्ली में अतिरिक्त महानिदेशक तटरक्षक रह चुके थे। इसके अलावा उन्होंने तटरक्षक मुख्यालय, नई दिल्ली में निदेशक (इन्फ्रा और वर्क्स) और प्रधान निदेशक (प्रशासन) जैसे कई प्रतिष्ठित स्टाफ असाइनमेंट पर कार्य किया। उनके पास समुद्र का व्यापक अनुभव था, क्योंकि वे सभी प्रकार के आईसीजी जहाजों समर्थ, विजित, सुचेता कृपलानी, अहिल्याबाई की कमान संभाल चुके थे। उनके पास गुजरात में अग्रिम क्षेत्र के दो तटरक्षक बेस यानी ओखा और वडिनार की भी कमान संभालने का अनुभव था।
भारतीय नौसेना अकादमी के पूर्व छात्र राकेश पाल जनवरी, 1989 में भारतीय तटरक्षक बल में शामिल हुए थे। उन्होंने भारतीय नौसेना स्कूल द्रोणाचार्य, कोच्चि में गनरी और हथियार प्रणाली में पेशेवर विशेषज्ञता हासिल की और यूनाइटेड किंगडम से इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स फायर कंट्रोल सॉल्यूशन कोर्स किया था। फरवरी, 2022 में उन्हें अतिरिक्त महानिदेशक के पद पर पदोन्नत करके तटरक्षक मुख्यालय, नई दिल्ली में अतिरिक्त महानिदेशक तटरक्षक के पद पर नियुक्त किया गया था। फरवरी, 2023 से उन्हें महानिदेशक तटरक्षक का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया। उनके निर्देशन में कई प्रमुख ऑपरेशन किए गए, जिनमें करोड़ों रुपये मूल्य की ड्रग्स/मादक पदार्थों और सोने की जब्ती हुई।
समुद्री क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवा के लिए उन्हें अति विशिष्ट सेवा पदक (एवीएसएम), राष्ट्रपति तटरक्षक पदक (पीटीएम) और विशिष्ट सेवा के लिए तटरक्षक पदक (टीएम) से सम्मानित किया गया था।
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