इजरायल हमास युद्ध के बीच एक बार फिर से अमेरिका की मध्यस्थता में हॉस्टेज डील चल रही है। ऐसे में ईरान एक बार फिर से अपने वादे के अनुसार, जबावी कार्रवाई को कुछ और दिनों के लिए टालने के लिए राजी हो गया है। ईरान का कहना है कि वह यह देखना चाहता है कि गाजा में युद्ध विराम के लिए प्रयासों का कोई नतीजा निकलता है या नहीं।
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न्यूयॉर्क टाइम्स ने अमेरिकी, ईरानी और इजरायली अधिकारियों के हवाले से बताया कि ईरान से इस बात की उम्मीद है कि वह तेहरान में हमास नेता इस्माइल हानिएह की हत्या के बदले के लिए इजरायल पर हमले के लिए देरी करेगा। कोशिश ये है कि मध्यस्थों को गाजा में युद्ध विराम के लिए बातचीत के लिए कुछ और वक्त मिल सकें। वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद अब्दुल रहमान अल थानी द्वारा ईरान से इजरायल के खिलाफ अपने पलटवार को रोकने के लिए आह्वान किए जाने के बाद यह रिपोर्ट सामने आई है।
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ईरानी कार्यवाहक विदेश मंत्री अली बाघेर कानी से फोन पर बात करते हुए कतर के प्रधानमंत्री ने कूटनीतिक प्रगति के दौरान ही हमला करने के गंभीर परिणामों पर विचार करने को कहा।
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क्या है पूरा मामला
मामला कुछ यूं है कि 31 जुलाई को ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजेशकियान के शपथ के दौरान फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास के पॉलिटिकल चीफ इस्माइल हानिएह की हत्या हो गई थी। इसके बाद भड़के ईरान ने इजरायल पर डायरेक्ट अटैक करने का ऐलान किया था।
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