सारी दुनिया को पता है कि पाकिस्तान में लोकतांत्रिक सरकार तो केवल देखने के लिए होती है, लेकिन असल में वहां पर चलती पाकिस्तानी सेना की ही है। इस बात का खुलासा एक बार से तब हुआ, जब पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने गुरुवार को कहा कि पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल (सेवानिवृत) कमर जावेद बाजवा ने नवंबर 2022 में दूसरी बार अपने कार्यकाल में विस्तार की मांग की थी। साथ ही पाकिस्तानी सरकार को धमकी दी थी कि अगर उन्हें कार्यकाल का विस्तार नहीं दिया गया तो वो देश में मार्शल लॉ लगा देंगे।
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रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के नेता ख्वाजा आसिफ ने पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष मलिक अहमद खान के उस बयान के जबाव में कही। दरअसल, मलिक अहमद खान ने कहा था कि उनके करीबी दोस्त बाजवा ने विस्तार की मांग नहीं की थी। उन्होंने कहा कि यह संभव है कि कुछ विवरण ख्वाजा आसिफ के दिमाग से निकल गए हों।
जियो न्यूज के शो ‘कैपिटल टॉक’ में बोलते हुए आसिफ ने कहा कि उनकी याददाश्त अच्छी है, उन्होंने जोर देकर कहा, “यह काफी संभव है कि मैं हाल ही में चीजों को याद न कर पाऊं। लेकिन, मुझे अतीत की सभी यादें याद हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि जनरल बाजवा ने एक बैठक में कहा था कि वह देश में मॉर्शल लॉ लागू करेंगे। आसिफ ने कहा था कि वह और मलिक अहमद अलग-अलग स्थितियों के बारे में बात कर रहे हैं। पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने दावा किया कि जनरल बाजवा ने कहा कि अंदरूनी गतिरोध को कम करने के लिए अस्थायी अव्यवस्था के तहत 6 माह से एक साल के विस्तार की मांग कर रहे थे।
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आसिफ ने दावा किया कि बाजवा ने ही पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (PTI) के संस्थापक इमरान खान को सत्ता में लाए थे और सारे फैसले भी बाजवा ही लेते थे। इसके साथ ही उन्होंने ये भी दावा किया कि इमरान खान अक्सर जनरल कमर जावेद बाजवा की तारीफ करते रहते थे।
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