अधिकांश लोग नहीं जानते कि यह वही मरकजी मुस्लिम लीग है जिसके युवा प्रकोष्ठ का अध्यक्ष हारिस डार इन आरोपों से घिरा है कि उसने जिहादी गुट लश्करे तोइबा के लिए काफी पैसा जुटाया है।
हाल ही में ओलंपिक में भाला फैंक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाले पाकिस्तानी एथलीट अरशद नदीम अपने देश में एक फोटो की वजह से विवादों में घिर गए हैं। इस फोटो में नदीम जिन लोगों के साथ बैठे दिख रहे हैं वे आतंकवादी संगठन लश्करे तोइबा से जुड़े बताए जा रहे हैं।
एक ओर एथलीट अरशद नदीम को सरकारी, गैर सरकारी संगठनों की तरफ से तारीफें और तोहफे मिल रहे थे वहीं अब उनके नाम के साथ आतंकवादी गुट लश्करे तोइबा का नाम जुड़ने के बाद से जिन्ना के कंगाल देश की अवाम दबी जबान नदीम के व्यक्तिगत जीवन को लेकर चर्चाएं कर रही है।
सब जानते हैं कि लश्करे तोइबा दुनिया का एक प्रतिबंधित जिहादी संगठन है। इसी संगठन की राजनीतिक इकाई के नेताओं के साथ अरशद की वायरल हुई इस फोटो ने तूफान खड़ा कर दिया है।
अरशद नदीम और लश्कर के आतंकवादियों की साथ बैठे हुए यह फोटो सोशल मीडिया पर साझा होने के बाद पाकिस्तान में ही नहीं, बल्कि फ्रांस और ओलंपिक में भाग लेने वाले अन्य खिलाड़ियों में एक बहस छेड़े हुए है।
पिछले दिनों सम्पन्न पेरिस ओलंपिक 2024 में भाला फेंक प्रतियोगिता में स्वर्ण जीतकर पाकिस्तान के एथलीट अरशद नदीम सुर्खियों में छा गए थे। वे पेरिस से पाकिस्तान लौटे तो लोगों ने उनका खूब स्वागत किया। उन पर तोहफों की झड़ी लगा दी। पाकिस्तान की पंजाब सूबे की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने उनका अभिनंदन किया और उपहार दिए। उनके श्वसुर ने उन्हें दुधारू भेंस भेंट की।
लेकिन आज लश्करे तोइबा की राजनीतिक इकाई पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग के बड़े नेताओं से उनका मिलना और उस वक्त की फोटो का सोशल मीडिया पर वायरल होना लोगों को अचंभित कर रहा है। कारण यह कि वह उस आतंकवादी संगठन लश्करे तोइबा से जुड़ा है जिस पर संयुक्त राष्ट्र की ओर से पाबंदी लगी हुई है यानी इसे एक खूंखार जिहादी संगठन माना जाता है।
फोटो में दिख रहे आतंकी गुट के लोग हैं, मरकजी मुस्लिम लीग का प्रवक्ता ताबिश कय्यूम, लीग के युवा प्रकोष्ठ का अध्यक्ष हारिस डार आदि। इन नेताओं की नदीम से भेंट के बारे में मुस्लिम लीग ने ही अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उस वक्त की एक फोटो के साथ बताया है।
इसी भेंट के दौरान पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग के नेताओं ने तोहफे के तौर पर एथलीट अरशद नदीम तथा उनके माता-पिता को उमराह करने जाने का टिकट भी उपहार में देने की घोषणा की है। लेकिन शायद अधिकांश लोग नहीं जानते कि यह वही मरकजी मुस्लिम लीग है जिसके युवा प्रकोष्ठ का अध्यक्ष हारिस डार इन आरोपों से घिरा है कि उसने जिहादी गुट लश्करे तोइबा के लिए काफी पैसा जुटाया है।
रक्षा क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि डार प्रतिबंधित आतंकवादी गुट लश्कर से जुड़ी मिल्ली मुस्लिम लीग (एमएमएल) का ज्वाइंट सेक्रेटरी भी है।
यह पीएमएमएल वही संगठन है जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुख्यात जिहादी हाफिज सईद ने 2017 में खड़ा किया था। हाफिज ने तब घोषणा की थी कि 2018 के चुनाव में पीएमएमएल उतरेगी और अपना असर दिखाएगी। सईद का दुर्भाग्य कि अमेरिका के लगाए प्रतिबंधों की वजह से इस लीग को राजनीतिक पार्टी के नाते रजिस्टर्ड ही नहीं किया गया।
इसी मुस्लिम लीग के नेताओं के साथ बैठकर और फोटो खिंचवाकर 8 अगस्त को ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले पाकिस्तानी अरशद नदीम ने अपनी साख पर बट्टा लगा लिया है।
टिप्पणियाँ