मेघालय विश्वविद्यालय के ‘मक्का’ जैसी आकृति को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने इसे शर्मनाक बताते हुए कहा कि वहां जाना काफी शर्मनाक है। आपको मक्का के नीचे जाना होगा। सीएम ने कहा कि हम जो कह रहे हैं कि वहां पर भी एक नामघर होना चाहिए। मक्का-मदीना और चर्च तीनों भी बनाओ।
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रिपोर्ट के मुताबिक, सीएम सरमा मेघालय विश्वविद्यालय के गेट को लेकर कहा कि उन लोगों ने वहां पर मक्का बनाया है। उन्हें नामघर बनाने दो, चर्च बनाने दीजिए। हम तीनों गेटों के नीचे चलेंगे। हम एक के नीचे क्यों चले। मेघालय के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (USTM) की मुख्यमंत्री ने आलोचना की और दावा किया कि विश्वविद्यालय के गेट की वास्तुकला इस्लाम के पवित्र स्थलों में से एक मक्का से मिलती जुलती है।
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सरमा ने मंगलवार (13 अगस्त) को कहा कि मेघालय विश्वविद्यालय के गुंबददार एंट्री गेट को ‘जिहाद’ का प्रतीक करार दिया और कहा कि संस्थान शिक्षा को कमजोर कर रहा है। सीएम सरमा के मुताबिक, विश्वविद्यालय प्रशासन पर ‘जिहाद के जनक’ कहे जाने वाले काम में शामिल होने का आरोप लगाया।
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बाढ़ के लिए विश्वविद्यालय को ठहराया था जिम्मेदार
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा ने गुवाहाटी में आई बाढ़ को लेकर विश्वविद्यालय को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था कि मेघालय के री-भोई जिले में स्थित विश्वविद्यालय ने वनों की कटाई और पहाड़ों को काटने में लिप्त रहा है, जिसके कारण बाढ़ आ गई है।
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