देहरादून: मौसम विभाग ने उत्तराखंड के तेरह में से नौ जिलों में मंगलवार और बुधवार के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही 14 से 18 अगस्त तक भी राज्यभर में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने बताया कि मंगलवार को उत्तरकाशी, चमोली और बागेश्वर में भारी से बहुत भारी बारिश की आशंका है। देहरादून, टिहरी, रुद्रप्रयाग, हरिद्वार, पौड़ी और नैनीताल में भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने प्रशासन को ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है।
इसे भी पढ़ें: उत्तराखंड: देहरादून की रिस्पना, बिंदाल नदियों किनारे अतिक्रमण, NGT की बात नहीं मानी तो उठाना पड़ेगा भारी नुकसान
मौसम विभाग की चेतावनी के बाद उत्तराखंड से यूपी की तरफ जानी वाली गंगा जमुना शारदा और अन्य नदियों का जलस्तर बढ़ने की संभावना है। जिसके चलते दोनों राज्यों में, नदियों किनारे रहने वालीं आबादी को भी चेतावनी जारी की जा रही है। पिछले एक हफ्ते से गंगा, ऋषिकेश हरिद्वार में खतरे के निशान के आसपास ही बह रही है, बारिश के दौरान इसके डेंजर जोन में जाने की प्रबल संभावना है।
बागेश्वर चंपावत पिथौरागढ़ में भारी बारिश के चलते एक बार फिर से शारदा नदी उफान पर आ गई है। शारदा ने यूपी के पीलीभीत लखीमपुर में पहले भी बाढ़ से नुकसान पहुंचाया है। उत्तराखंड में भारी बारिश के दौरान होने वाले हादसों के मद्देनजर एसडीआरएफ को भी सतर्क रहने को कहा गया है। पिछले एक हफ्ते की बारिश से पहाड़ के रास्ते अभी भी कई जगह बंद है। जिन्हें खोलने में मौसम ही बाधक बना हुआ है।
इसे भी पढ़ें: असम सरकार प्रसार भारती के साथ मिलकर लाचित बरफुकन पर बनाएगी 52 एपिसोड की डॉक्युमेंट्री
केदारनाथ पैदल मार्ग को खोलने का काम युद्ध स्तर पर जारी है। मौसम खराब होने से हेलीकॉप्टर सेवा भी प्रभावित हो रही है। प्रशासन ने फिलहाल यात्रा स्थगित की हुई है। रुद्रप्रयाग में मंदाकनी, श्रीनगर में अलकनंदा ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। जबकि, उत्तरकाशी में भागीरथी भी तेज प्रवाह लिए बह रही है। यमुना घाटी में टोंस और यमुना नदी भी पूरे वेग से बह रही है। प्रशासन ने लोगों को बारिश के दौरान सफर नहीं करने की एडवाइजरी भी जारी की है। उल्लेखनीय है कि बारिश की वजह से पहाड़ों के दरकने की घटनाएं हो रही है, वाहनों पर बोल्डर गिरने जैसी घटनाएं भी देखने में आई है।
टिप्पणियाँ