नई दिल्ली, (हि.स.)। कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के बयान ‘बांग्लादेश में जो हो रहा है वह यहां भी हो सकता है’ को भारतीय जनता पार्टी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया। भाजपा राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि यह भारतीय लोकतंत्र का मजाक उड़ाने वाला बयान है। इंदिरा गांधी ने 1975 में देश में आपातकाल लगाया था। आज भी कांग्रेस के नेताओं के अंदर आपातकाल की भावना घूम रही है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में मंदिरों को तोड़ना, हिंदुओं की हत्या करना, विपक्षी नेताओं को चुन-चुनकर मारना, कांग्रेस के लोग किस बात पर खुश हैं, ये सोच ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा कि कांग्रेस की ओर से उन्होंने विरोध प्रदर्शन और आगजनी की चेतावनी दी। भारत में भड़क सकता है, बांग्लादेश में जो हुआ वो भारत में भी हो सकता है। इस कार्यक्रम में शशि थरूर समेत कई अन्य नेता वहां मौजूद थे और उन्होंने एक तरह से उस बयान का समर्थन किया। राहुल गांधी जब भी विदेश जाते थे तो कई लोगों से छिपकर मिलते थे। वहां जा कर भारत के खिलाफ बोला, अब पता चल रहा है कि उसकी मंशा क्या थी।
कांग्रेस की मंशा भारत को अराजकता की आग में झोंकने की है : अनुराग ठाकुर
पूर्व केंद्रीय मंत्री व लोकसभा सदस्य अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि तीन बार आम चुनावों में लगातार हार का मुंह देख चुकी कांग्रेस की मंशा भारत को अराजकता की आग में झोंकने की है। अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा सदा जोड़ने तो वहीं कांग्रेस सदा तोड़ने की बात करती है। बुधवार को सलमान खुर्शीद के बयान पर मीडिया को प्रतिक्रिया देते हुए सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारत की तरक्की कांग्रेस के लिए असहनीय होती जा रही है और देश को पीछे धकेलने के लिए कांग्रेस भय और भ्रम फैला रही है। कांग्रेस पार्टी में सलमान ख़ुर्शीद जैसे नेताओं के बेतुके बयान दिखाते हैं कि कांग्रेस पार्टी की वास्तविक मानसिक स्थिति क्या है? ये वही लोग हैं जो बाटला हाउस कांड में इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा के बलिदान पर प्रश्न चिन्ह खड़े करते थे। कांग्रेस नेताओं ने कहा था कि सोनिया गांधी उन गुनाहगारों के घरों पर जाकर फूट फूट कर रोयी थीं, लेकिन उनके पास बलिदानी मोहन चंद्र शर्मा के घर जाने का समय नहीं था। क्या कांग्रेस पार्टी सलमान ख़ुर्शीद जैसे नेताओं के बयानों का समर्थन करती है। क्या ये कांग्रेस का प्रयास देश में अराजकता फैलाने का नहीं है? कांग्रेस को भारत की स्थिरता से इतनी नफ़रत आख़िर क्यों है?आख़िर कांग्रेस की मंशा क्यों भारत को अराजकता की आग में झोंकने की है ?
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