ईसाई मिशनरी की आड़ में मानव तस्करी का खेल, अजय लाल पर FIR दर्ज, पुलिस पहरे में चकमा देकर हुआ गायब 
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत मध्य प्रदेश

ईसाई मिशनरी की आड़ में मानव तस्करी का खेल, अजय लाल पर FIR दर्ज, पुलिस पहरे में चकमा देकर हुआ गायब 

पुलिस ने आधारशिला संस्था और मिशन हॉस्‍पिटल के संचालक डॉ. अजय लाल सहित अन्य लोगों के खिलाफ मानव तस्करी का मुकदमा दर्ज किया है।

by डॉ. मयंक चतुर्वेदी
Aug 7, 2024, 04:47 pm IST
in मध्य प्रदेश
आधारशिला संस्था का संचालक अजय लाल

आधारशिला संस्था का संचालक अजय लाल

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

मध्य प्रदेश के दमोह में ईसाई मिशनरी संस्था के खिलाफ प्शासन ने बड़ा एक्शन लिया है। पुलिस ने आधारशिला संस्था और मिशन हॉस्‍पिटल के संचालक डॉ. अजय लाल सहित अन्य लोगों के खिलाफ मानव तस्करी का मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले में गंभीरता तब आई जब राष्‍ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) सक्रिय हुआ और आयोग के अध्‍यक्ष प्रियंक कानूनगो समेत मध्य प्रदेश राज्‍य बाल सरंक्षण आयोग ने पुलिस प्रशासन से इस बारे में ताजा जानकारी मांगी।

पूरा मामला दो बच्चों को नियम विरुद्ध गोद लेने करने का है। प्रकरण में एनसीपीसीआर और एससीपीआर ने गंभीरता जताते हुए जांच के निर्देश दिए थे। जांच के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। दूसरी ओर डॉ. अजय लाल जिसे पुलिस ने घर के बाहर से घेर रखा था, अचानक से गायब हो गया है। उसे पकड़ने के लिए पुलिस की कार्रवाई जारी है।

एनसीपीसीआर के संज्ञान में लेने के बाद हरकत में आई पुलिस

इस संबंध में एनसीपीसीआर के अध्‍यक्ष प्रियंक कानूनगो ने बताया कि ‘‘पूर्व में एनसीपीसीआर की जाँच में पता चला था कि दमोह, मध्यप्रदेश में मतान्‍तरण करवाने के लिए ख्यात मिशनरी अजय लाल के द्वारा फ़र्ज़ी एडॉप्शन के दस्तावेज तैयार कर एडॉप्शन की आड़ में बच्चों का मतान्‍तरण व दुर्व्यापार किया जा रहा है। लंबे चले अनुसंधान के बाद दमोह पुलिस ने इस मामले में अजय लाल के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की है।’’

उन्‍होंने कहा, ‘‘सूचना मिल रही है कि अजय विदेश भागना चाहता है उसको विदेश जाने से रोकने के लिए मध्‍य प्रदेश पुलिस सजगता से गृह मंत्रालय व विदेश मंत्रालय से संपर्क कर समुचित कार्यवाही कर रही है। निश्‍चित ही इस कार्रवाई के लिए मप्र के मुख्‍यमंत्री डॉ. मोहन यादवजी एवं एसपी दमोह का बहुत धन्‍यवाद है’’ कानूनगो ने अपनी बात एक्‍स के माध्‍यम से भी साझा की है। इस कार्रवाई के लिए दमोह पुलिस को एनसीपीसीआर का पत्र मिला था, जिसमें कि एडॉप्‍शन पर गए दो बच्‍चों को लेकर मानव तस्करी का अंदेशा व्‍यक्‍त किया गया था। इस मामले में शासन ने भी अपने स्‍तर पर कराई जांच में पाया कि डॉ. अजय लाल अपनी संचालित ईसाई संस्‍थाओं में बच्‍चों के लिए बनाए गए कानूनों का पालन नहीं करता है। जुवेनाइल जस्टिस (केयर एंड प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन) एक्ट, 2015, किशोर न्याय अधिनियम के तहत संस्‍थान का संचालन होना भी यहां नहीं पाया गया। जिसके बाद देर रात पुलिस ने लाल एवं उसके अन्‍य साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली ।

ये ईसाई मिशनरी संस्‍था स्पेशल चाइल्ड और बालिकाओं को बिना दस्तावेज के रख रही थी अपने पास

मामले को लेकर मप्र बाल संरक्षण आयोग की सदस्‍य डॉ. निवेदिता शर्मा ने बताया कि ‘‘पिछले साल जून माह में ईसाई मिशनरी एवं अजय लाल के द्वारा संचालित आधारशिला  बालिका गृह के बारे में शिकायत मिली थी, जिसके बाद आयोग की टीम ने इस संस्‍थान में पहुंचकर जांच की। जांच में कई खामियां पाई गईं। एक बच्‍ची से जुड़ा पॉक्‍सो मामला भी सामने आया और ऑर्फन बच्‍चे भी पाए गए । दो बच्‍चों के कोई दस्‍तावेज नहीं मिले थे। इसके अलावा भी अन्‍य कई बच्‍चों के पूरे दस्‍तावेज नहीं पाए गए । हिन्‍दू बच्‍चों को दूसरे मत की प्रेक्‍टिस कराना भी सामने आया था। स्पेशल चाइल्ड और बालिकाओं को यहां बिना मान्यता के रखा गया था।’’

इस पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग का अंदेशा है इसलिए

निवेदिता शर्मा ने बताया, ‘‘इस प्रकरण को एनसीपीसीआर ने भी संज्ञान में लिया एवं एनसीपीसीआर अध्‍यक्ष प्रियंक कानूनगो जी ने भी बच्‍चों के जीवन से हो रहे खिलवाड़ को अति गंभीरता से लेते हुए मप्र शासन को कार्रवाई के लिए लिखा था। उसके बाद राज्‍य शासन, बाल विकास विभाग ने आधारशिला संस्थान द्वारा संचालित बाल गृह की मान्यता निरस्त कर दी थी। लेकिन ये मिशनरी संस्‍थान अब तक भी बच्‍चों से जुड़े दस्‍तावेज आयोग एवं प्रशासन के समक्ष उपलब्‍ध नहीं करा सका है, जिससे यहां ह्यूमन ट्रैफिकिंग का अंदेशा होना स्‍वभाविक है, और इसी के चलते पुलिस ने अभी अजय लाल के खिलाफ कार्रवाई की है।’’

हिन्‍दू बच्‍च‍ियों को पढ़ाए जा रहे थे ईसाई ग्रंथ

संस्थान के खिलाफ शिकायत मिलने पर मप्र बाल संरक्षण आयोग की दो सदस्यीय टीम ने भोपाल से दमोह पहुंचकर निरीक्षण किया था। इस जांच को लेकर मप्र बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य ओंकार सिंह का कहना है, ‘‘जब हमारी टीम यहां जांच के लिए पहुंची तो अनेक सांस्‍थागत कमियां तो सामने आई हीं, साथ में जांच में ईसाई मिशनरी के आधारशिला संस्थान के बाल भवन में हिंदू बच्चियों के पास बाइबिल मिली थी, इसी तरह से हिन्‍दू बच्‍चों के मन को पूरी तरह से बदलने के लिए भी अलग-अलग प्रकार का साहित्‍य उन्‍हें पढ़ने को दिया गया था। आयोग को एक नाबालिग से छेड़छाड़ होने की शिकायत मिली थी। जिस पर टीम ने अपना प्रतिवेदन महिला एवं बाल विकास विभाग को सौंपा था। इसके आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला भी दर्ज किया था।’’

ओंकार सिंह ने बताया कि बाल आयोग की टीम को आधारशिला के बालगृह में 16 बच्चे मिले थे। जांच में पाया कि यहां पर बालक और बालिकाओं को साथ रखा जा रहा था। इनमें एक बच्ची के साथ संस्था के वार्डन डेनियल द्वारा छेड़छाड़ करने का मामला भी सामने आया। बाल आयोग ने अपनी रिपोर्ट में लिखा भी था कि कर्मचारी डेनियल के मामला सामने आने के बाद उसके फरार होने में संस्थान की भूमिका संदेहास्पद है। जबकि संस्थान को चाहिए था कि वह मामला संज्ञान में आने के बाद तुरंत ही उस पर वैधानिक कार्रवाई करते हुए उसे पुलिस के हवाले करते।

जब भेजा गया एनसीपीसीआर की ओर से समन तब हरकत में आई पुलिस

ओंकार सिंह ने बताया कि दिसम्‍बर 2023 में ही इस संस्‍थान की कमियां आयोग के ध्‍यान में आ गई थीं, किंतु शिकायत 2024 में हुई, जिसके बाद दमोह जांच करने के लिए जाना हुआ था। अजय लाल ने अभी तक बच्‍चों से जुड़े सही दस्‍वावेज नहीं दिए हैं, जबकि राज्‍य बाल आयोग के साथ ही राष्‍ट्रीय बाल आयोग इस मामले में पूरी नजर रखे हुआ था, जानकारी में आया है कि इस प्रकरण में एनसीपीसीआर की ओर से जिला एसपी एवं महिला बाल विकास विभाग को सम्‍मन भी जारी किया गया था, जिसके बाद अब देर रात पुलिस ने अपनी कार्रवाई की है।

मामले में दमोह सीएसपी अभिषेक तिवारी के मुताबिक, आधारशिला संस्थान में दो बच्चों के एडॉप्शन को लेकर संदेहस्पादक स्थितियां थी। जिसे लेकर कार्रवाई की गई है। आधारशिला संस्थान के संबंध में कुछ तथ्य मिले थे, जिसकी जांच की गई। जिसके बाद डॉ. अजय लाल समेत अन्य पर मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया। आरोपियों की तलाश की जा रही है। जल्द ही डॉ. लाल एवं अन्‍य को पुलिस गिरफ्तार कर लेगी।

अजय लाल और इसके परिवार पर लगते रहे हैं कन्‍वर्जन कराने के आरोप

इस प्रकरण से पहले कई सालों से डॉ. अजय लाल पर मतान्‍तरण करवाने के आरोप लगते रहे हैं। बताया जाता है ईसाई कन्‍वर्जन के लिए उसे कई जगह से फंडिंग होती है। हवाला के जरिए विदेशी फंड भी उसके पास आने की बात अनेक अवसरों पर कही जाती रही है। कन्‍वर्जन के मामलों में घिरे होने के कारण से वह कई बार विवादों में घिरता रहा है। अभी कुछ ही दिन पूर्व ही मिशन अस्पताल में काम करने वाले तीन कर्मचारियों ने जबरन मतान्‍तरण के लिए दबाव बनाने की आरोप उसके बेटे अभिजीत लाल और नजदीकी संजीव लैंबर्ट पर लगाए थे। कोतवाली पुलिस ने दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया। पहले ये मिड इंडिया क्रिश्चियन मिशन के नाम से  अपना संस्‍थान चलाता था, बाद में नाम बदलकर आधारशिला संस्थान रख दिय। ये ईसाई म‍िशनरी के अन्‍य संस्‍थानों पर भी बड़े पद पर कार्य कर रहा है।

फिलहाल एक हैरान कर देनेवाली बात यह जरूर है कि अजय लाल के घर को मंगलवार शाम से ही पुलिस ने घेर रखा था, रात को उसका परिवार जबलपुर के लिए निकला था, जिसे पहले पुलिस ने बीच में रोका और फिर जाने दिया गया, लेकिन अजय लाल उनके साथ नहीं मिला था। पुलिस देर रात घर के अंदर गई तो तलाशी में अजय लाल जिसको पहले घर के अंदर होना बताया जा रहा था वह गायब था।

Topics: आधारशिला संस्थाईसाई मिशनरी संस्थामिशन हॉस्पिटल
Share1TweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

आधारशिला में मिली बाइबिल

गंगा-जमुना स्‍कूल के बाद दमोह से दूसरा खुलासा, मतांतरण का षड्यंत्र, हिंदू बच्चे पढ़ते मिले बाइबिल

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies