प्रदर्शनकारी उग्र होकर नारेबाजी करते हुए प्रधानमंत्री आवास में जा घुसे हैं। वे वहां से चीजें ले जा रहे हैं, तोड़फोड़ कर उपद्रव मचा रहे हैं। उधर राजधानी ढाका सहित कई स्थानों पर कट्टरपंथी तत्व इस ‘जीत’ को लेकर खुशियां मना रहे हैं।
भारत के पड़ोस में बांग्लादेश में भारी उथलपुथल मची है। हसीना सरकार के विरुद्ध कई दिन से जारी हिंसक प्रदर्शन के बीच एक बड़ी खबर आई कि प्रधानमंत्री हसीना ने इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया। समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के अनुसार जानकारी दी है कि शेख हसीना का विमान भारत के हिंडन एयरबेस पर उतरा है। हांलाकि, हिंडन एयरबेस के पीआरओ ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
उधर कट्टरपंथी तत्वों की अगुआई में प्रदर्शनकारी सत्तारूढ़ अवामी लीग के कार्यकर्ताओं को हिंसा का शिकार बना रहे हैं। देश के अनेक स्थानों पर आगजनी और हिंसा ने अब तक लगभग 300 लोगों की जान लील ली है। इस सबके बीच बांग्लादेश के सेना अध्यक्ष ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुूए एक बड़ी घोषणा की है कि बांग्लादेश में तख्तापलट हो गया है। सेना अध्यक्ष ने इसके पीछे हिंसा और उसे काबू करने में सरकार की नाकामी को वजह बताया है।
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इससे पहले, बताते हैं कि बांग्लादेश सेना प्रमुख ने प्रधानमंत्री हसीना को कहा था कि वे इस्तीफा देकर सम्मान के साथ सत्ता से बाहर हो जाएं। इसके बाद, प्रधानमंत्री हसीना के पुत्र ने सुरक्षाबलों से अनुरोध किया कि वह यह सुनिश्चित करें कि कोई बिना चुनी सरकार सत्ता में न आए।
इसके फौरन बाद बांग्लादेश के सेना अध्यक्ष वकारुज्ज्मां ने बताया कि बांग्लादेश में जबरदस्त हिंसा के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पद से इस्तीफा दिया है। शेख हसीना देश छोड़कर अन्यत्र चली गई हैं। वे प्रधानमंत्री आवास ‘गण भवन’ से एक हेलीकाप्टर में अपनी बहन से साथ निकली हैं। कहा जा रहा है कि वे भारत में पश्चिम बंगाल आ रही हैं।
सेना प्रमुख के इन बयानों के बाद प्रदर्शनकारी और उग्र होकर नारेबाजी करते हुए प्रधानमंत्री आवास में जा घुसे हैं। वे वहां से चीजें ले जा रहे हैं, तोड़फोड़ कर उपद्रव मचा रहे हैं। उधर राजधानी ढाका सहित कई स्थानों पर कट्टरपंथी तत्व इस ‘जीत’ को लेकर खुशियां मना रहे हैं।
किसी शातिर योजना के तहत कट्टरपंथी प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना पर हिंसक आंदोलन के जरिए यह दबाव बना रहे थे कि वे इस्तीफा दे दें। सैकड़ों लोगों की जान लेकर और अरबों टका की संपत्ति को आग के हवाले करते हुए कट्टर पार्टी जमाते इस्लामी का भड़काया आंदोलन आखिरकार हसीना का इस्तीफा ले ही गया।
वहां माहौल यह है कि राजधानी ढाका पूरी तरह से प्रदर्शनकारियों के कब्जे में है। सड़कों पर लाखों लोगों की भीड़ मंडरा रही है। बांग्लादेश में आने वाला वक्त भारी उथलपुथल और राजनीतिक दावपेंच वाला होगा। लेकिन इस सबमें अगर खालिदा जिया की बीएनपी और जमाते इस्लामी अगर कुर्सी पर आ गए तो वहां इस्लामी उन्मादी तत्व जमकर मनमानी करेंगे और वहां बसे हिन्दू समाज को एक बार फिर बड़े पैमाने पर निशाना बनाएंगे।
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