मेरठ। मायावती सरकार में मंत्री रहे याकूब कुरैशी के बेटे फिरोज भूरा को यूपी पुलिस ने दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया है। मेरठ में बंद चल रही अलफहीम मीटेक्स फैक्ट्री में पूर्व में हुई छापेमारी में फिरोज कुरैशी करोड़ों की मीट बरामदगी, अवैध पैकेजिंग और प्रोसेसिंग केस में कोर्ट से सशर्त जमानत पर बाहर था और देश छोड़कर भागने की फिराक में था। पुलिस ने उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करा रखा था।
मेरठ पुलिस की ओर से कहा गया है अवैध मीट फैक्ट्री संचालन मामले में जमानत की शर्तों के उल्लंघन को लेकर फिरोज भूरा पर गिरफ्तारी की कार्रवाई की गई है। 31 मार्च 2022 को संयुक्त टीमों ने मेरठ के खरखोदा इलाके में स्थित कुरैशी परिवार की बंद पड़ी अलफहीम मीटेक्स फैक्ट्री में गड़बड़ी होने की सूचना पर छापेमारी में की थी। इस कार्रवाई में फैक्ट्री के अंदर से पांच करोड़ का अवैध मांस बरामद हुआ था। साथ ही अवैध तरीके से मीट की प्रोसेसिंग और पैकेजिंग का भी खुलासा हुआ था।
मेरठ पुलिस ने इस मामले में पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी, उनके बेटे इमरान, फिरोज, पत्नी शमजिदा सहित 17 लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की थी। अवैध मीट फैक्ट्री संचालित करने के मामले में पूर्व मंत्री याकूब कुरैशी को जेल भेजा गया था। साथ ही उनकी संपत्ति को भी जब्त किया गया था। बाद में याकूब के बेटे फिरोज भूरा को गाजियाबाद में वसुंधरा स्थित फ्लैट से गिरफ्तार किया गया था। दो महीना मेरठ जेल में रहने के बाद उसे प्रशासनिक आधार पर सिद्धार्थनगर कारागार शिफ्ट कर दिया गया था। फिरोज को 96 बाद कोर्ट से सशर्त जमानत मिली थी। वह 4 मार्च 2023 को जेल से जमानत पर रिहा हुआ था।
कोर्ट ने उसे देश छोड़कर न जाने की शर्त पर जमानत दी थी, लेकिन वह इसका उल्लंघन करने की कोशिश कर रहा था। उसके खिलाफ पुलिस के स्तर से रेड कॉर्नर भी जारी था। सटीक सूचना पर मेरठ पुलिस ने फिरोज भूरा को दिल्ली एयरपोर्ट से उस समय गिरफ्तार कर लिया, जब वह देश छोड़कर भागने की कोशिश कर रहा था। एसएसपी मेरठ डॉ. विपिन तांडा ने मीडिया को बताया कि गिरफ्तारी के बाद फिरोज भूरा को थाने में लाकर पूछताछ की गई। भविष्य में जमानत की शर्तों का उल्लंघन नहीं करने की चेतावनी देकर फिलहाल उसको छोड़ दिया गया है।
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