देहरादून: रामबाड़ा से केदारनाथ पुराने पैदल मार्ग के उपयोग से पुनः केदारनाथ यात्रा को शुरू करने की तैयारियों में प्रशासन जुट गया है, ये वो मार्ग है जिसका उपयोग स्थानीय ग्रामीण केदारनाथ जाने के लिए किया करते हैं।
इसे भी पढ़ें: उत्तराखंड: मानसिक रूप से कमजोर नाबालिग से अफसार ने किया रेप, हुआ गिरफ्तार
केदारनाथ में फंसे तीर्थ यात्रियों को वायुसेना के हेलीकॉप्टर की मदद से सड़क मार्ग तक पहुंचाने का काम पूरा हो गया है, करीब 8 हजार यात्रियों को निकाला गया है, रामबाड़ा से केदारनाथ के बीच बह गए पैदल मार्ग के दोनों तरफ फंसे तीर्थ यात्रियों को भी एसडीआरएफ एनडीआरएफ ने सकुशल निकाल लिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सुबह रुद्रप्रयाग के प्रशासनिक अधिकारियों से वर्चुअल बैठक करके केदारनाथ मार्ग के विषय में समीक्षा की।
सीएम के निर्देश पर शासन ने रुद्रप्रयाग जनपद में भारी वर्षा से केदारनाथ यात्रा मार्ग के प्रभावित क्षेत्रों में आधारभूत संरचना के रेस्टोरेशन के लिए आयुक्त, गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडेय को नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
सचिव लोक निर्माण विभाग रमेश कुमार सुधांशु की ओर से जारी आदेशों में कहा गया है कि गत दिनों रुद्रप्रयाग जनपद में केदारनाथ यात्रा मार्ग पर भारी वर्षा से प्रभावित जान-माल के रेस्क्यू व यात्रा मार्ग की आधारभूत संरचना के रेस्टोरेशन के लिए मुख्यमंत्री द्वारा प्रदत्त निर्देशानुसार सचिव, आपदा प्रबन्धन विभाग, सचिव, लोक निर्माण विभाग तथा सचिव, ऊर्जा विभाग के द्वारा नामित ऊर्जा विभाग के उच्च अधिकारी तत्काल जनपद दौरा करते हुए रेस्क्यू और रेस्टोरेशन की व्यवस्था सुनिश्चित कराएंगे, जिसके लिए आयुक्त, गढ़वाल मण्डल नोडल अधिकारी होंगे।
इसे भी पढ़ें: यूपी में कट्टरपंथी सपा नेताओं ने भाजपा समर्थक बुजुर्ग की मौत पर नहीं पढ़ने दी जनाजे की नमाज, इमाम सहित कई पर रिपोर्ट
उधर टिहरी जिले में भी घनस्याली क्षेत्र में आपदा से हुए नुकसान को लेकर भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के कार्य को शीघ्र पूरा करने के लिए निर्देशित किया है, फिलहाल, ये परिवार किराए के मकानों और सरकारी स्कूलों में शरण लिए हुए है। सरकार ने इनके लिए पुनर्वास का वायदा किया है।
Leave a Comment