Kerala Landslide: केरल के वायनाड क्षेत्र में आए भीषण भूस्खलन ने कई परिवारों की जिंदगी में उथल-पुथल मचा दी। पहाड़ों की ढलानों से गिरती मिट्टी और पत्थरों ने कई घरों को तबाह कर दिया। इस विपत्ति में एक परिवार की कहानी ने सभी का दिल छू लिया, जब वे जान बचाकर जंगल में भागे और हाथियों ने उन्हें घेर लिया। इसके बाद जो चमत्कार हुआ, उसने सबको हैरान कर दिया।
मंगलवार की सुबह भूस्खलन की चपेट में आने के बाद सुजाता अनिनांचिरा और उनके परिवार का बच जाना किसी चमत्कार से कम नहीं माना जा रहा है। वे भूस्खलन से अपनी जान बचाने के लिए भागकर जंगल में पहुंचे। भारी बारिश और दलदल के बीच घने जंगल में उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि कहां जाएं। तीन हाथियों, जिनमें एक नर और दो मादा हाथी थे, ने उन्हें घेर लिया, विशालकाय हाथी चिंघाड़ रहे थे। सुजाता के परिवार को समझ नहीं आ रहा था कि अब कहां जाएं, वे जिंदा रहने की उम्मीद छोड़ चुके थे। उसने हाथ जोड़कर भगवान को याद किया और वहीं बैठ गया, हाथियों से आश्रय मांगा।वे इस बात से आश्चर्यचकित थे कि हाथियों ने उनसे कुछ नहीं कहा, बल्कि पूरी रात सुजाता और उसके परिवार की रक्षा की। सुबह जब वे बाहर आए तो हाथियों की आंखों से आंसू छलक आए।
सुजाता ने कहा कि वह इसे चमत्कार मानती हैं कि वह, उनके पति, बेटी और दो पोते भूस्खलन से बच गए। उन्होंने बताया कि चूरलमाला स्थित उनके घर पर भूस्खलन हुआ और पूरा परिवार मलबे में तब्दील दब गया।
सुजाता ने बताया, ‘सोमवार रात को भारी बारिश हो रही थी, मैंने रात करीब 1.30 बजे बहुत तेज आवाज सुनी और फिर पानी का तेज बहाव हमारे घर में घुस आया। इससे पहले कि हम कुछ समझ पाते, भूस्खलन के कारण गिरे हुए लट्ठे घर की दीवारों से टकराने लगे। हम बहुत डरे हुए थे, पास के नष्ट हुए घरों का मलबा भी हमारे घर में घुस रहा था।’ हम अपनी जान बचाने के लिए जंगल में भागे, जहां हाथियों ने हमारी रक्षा की और हमारी जान बचाई।
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