उत्तराखंड

उत्तराखंड हिमालय की अनाम चोटियां अब दिवंगत पर्वतारोहियों के नाम से, NIM ने इन्हें किया था फतह

Published by
Kuldeep singh

श्रीनगर गढ़वाल: नेहरू पर्वतारोहण संस्थान द्वारा तिब्बत सीमा से लगी चमोली जिले की 11 अनाम चोटियों का नामकरण कर दिया है। 2022 में द्रोपदी का डांडा एवलांच हादसे में जान गवाने वाले पर्वतारोहियों के नाम से इन गगनचुंबी चोटियों को जाना जाएगा।

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निम के प्राचार्य कर्नल अंशु भदौरिया ने बताया कि माणा गांव से आगे तिब्बत सीमा पर उनके नेतृत्व में 22 सदस्यीय दल ने 11 अनाम चोटियों का सर्वेक्षण अभियान पूरा कर लिया गया है, इस अभियान की प्रेरणा भारतीय सेना और राज्य सरकार के द्वारा विशेष अनुमति के द्वारा मिली, जिनमें छ चोटियां 6 हजार मीटर से ऊंची और 5 चोटियां छ हजार मीटर से थोड़ा कम ऊंचाई वाली थी।

उन्होंने बताया कि हमने एक प्रस्ताव बना कर सर्वे आफ इंडिया और राज्य सरकार को भेजा है जिसमें इनके जियोलाजिकल सर्वे की रिपोर्ट भी शामिल है। इस प्रस्ताव में इन अनाम चोटियों के नाम भी रखे गया है जो कि दो साल पहले हिमालय अभियान में गए उन 11 पर्वतारोहियों के नाम से है जोकि एक एवलांच में वीरगति को प्राप्त हुए।

कर्नल भदौरिया ने बताया कि सर्विता कसवाल, नौमी रावत,विनय पवार, नरेंद्र सिंह, संतोष कुकरेती, कपिल पंवार, राहुल पवार, सतीश रावत, अजय बिष्ट, शुभम सिंह और सिद्धार्थ खंडूरी के नाम से इन अनाम चोटियों के नाम रखे जाएंगे, ये सभी उत्तराखंड के युवा पर्वतारोही थे।जोकि द्रोपदी कीए डांडा एवलांच में जान गंवा चुके हैं।

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उल्लेखनीय है भारत ने उत्तराखंड तिब्बत सीमा सीमांत क्षेत्र में हिमालय की ऊंची अनाम चोटियों पर आहरोहण करने के अभियान पिछले कुछ समय से शुरू किए हुए हैं,जो कि निम के द्वारा चलाए जा रहे हैं, हाल ही में जिन 11 चोटियों पर फतह हासिल की उसमे प्रशिक्षक राकेश राणा,विनोद गुंसाई, कैप्टन संतोष, सौरव सिंह,हजारी लाल, बहादुर पान, पंकज पंवार आदि शामिल रहे।

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