मुजफ्फरनगर/ मेरठ। यूपी से उत्तराखंड तक कांवड़ यात्रा दुश्मन ताकतों की आंखों में खटक रही है, जिसकी वजह से सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर नजर आ रही हैं। आतंकी हमले की आशंका के चलते पश्चिमी यूपी में यूपी एटीएस ने मोर्चा संभाल लिया है। बख्तरबंद गाड़ियों के साथ एटीएस कमांडो मुजफ्फरनगर-सहारनपुर पहुंचकर ‘ऑपरेशन कांवड़ यात्रा’ में जुट गए हैं। पुलिस और खुफिया एजेंसियां भी हाई अलर्ट पर हैं। कांवड़ियों की बेहिसाब भीड़ और सुरक्षा को देखते हुए मेरठ, हापुड़, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर में स्कूल-कॉलेज 2 अगस्त तक बंद कर दिए गए हैं।
योगी आदित्यनाथ सरकार ने कांवड़ यात्रा को देखते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हर बार की तरह बेहतर इंतजाम किए हैं। कांवड़ यात्रा मार्गो रूट डायवर्जन लागू किया गया है। साथ ही शिवभक्त कांवड़ियों की सहायत एवं सेवा के लिए विशेष चिकित्सा एवं योग कैंप भी सम्बंधित मार्गों पर संचालित किए जा रहे हैं। पश्चिमी यूपी के सभी जिलों में प्रशासन, पुलिस, ट्रैफिक एवं स्वास्थ्य विभाग मिलकर कांवड़ यात्रा से जुड़े इंतजाम संभाल रहे हैं। कांवड़ मार्गों की ड्रोन कैमरों के जरिए भी मॉनीटरिंग की जा रही है।
कांवड़ियों के भेष में असामाजिक एवं अवांछनीय तत्व भीड़ में घुसकर गड़बड़ भी कर सकते हैं। इस आशंका के चलते कांवड़ मार्गों पर लगातार चेकिंग अभियान चलाकर संदिग्धों की निगरानी की जा रही है। एसएसपी मुजफ्फरनगर अभिषेक सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ढाई करोड़ से अधिक शिवभक्त कांवड़िए मुजफ्फरनगर चौक में परिक्रमा करते हुए हरिद्वार की ओर आगे बढ़ते हैं। कांवड़ यात्रा इस बार संवेदनशील है। इसलिए किसी भी तरह के हमले की आशंका को देखते हुए विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। एटीएस कमांडो भी मुस्तैद हैं।
दिल्ली-देहरादून हाइवे पर पुलिस, प्रशासन एवं खुफिया विभाग के अधिकारी अपनी निगरानी में कांवड़ यात्रा से जुड़ी व्यवस्थाएं परख रहे हैं। बुलंदशहर एसएसपी श्लोक ने डीएम सीपी सिंह के साथ मिलकर कांवड़ यात्रा को लेकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का लगातार जायजा ले रहे हैं और अधीनस्थों को जरूरी दिशा-निर्देश दे रहे हैं। बता दें कि यूपी में कांवड़ यात्रा का रूट 200 किमी लंबा है, जिससे लाखों शिववक्त पूरे सावन मास में हर रोज लाखों की संख्या में आगे बढ़ते रहते हैं। इनमें दूसरे राज्यों से आने वाले शिवभक्त कांवड़िए भी होते हैं। कांवड़ यात्रा में उमड़ रही भीड़ की सुरक्षा एवं दूसरे इंतजामों को देखते हुए कई जिलों में स्कूल-कॉलेज 2 अगस्त तक बंद कराए गए हैं, ताकि किसी तरह की असुविधा न हो।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार कांवड़ यात्रा पर नजरें जमाए हैं और जिलों के पुलिस एवं प्रशासनिक अफसरों से जरुरी अपडेट ले रहे हैं। डीजीपी प्रशांत कुमार भी जिला पुलिस प्रमुखों से कांवड़ यात्रा को लेकर लगातार संवाद बनाए हैं। 2017 में यूपी के अंदर योगी सरकार बनने के बाद से कांवड़ यात्रा का रूप-स्वरूप बदला नजर आ रहा है। बगैर किसी बंदिश के हर साल कांवड़ यात्रा निर्वाध एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होती आ रही है।
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