अल्मोड़ा: महामृत्युंजय जाप के लिए विश्व प्रसिद्ध जागेश्वर धाम में श्रावण मास में चल रहे भंडारे का स्वाद स्वरूप भी समय के साथ-साथ बदल गया है। 56 भोग भंडारे में इस बार पास्ता, चिली पोटैटो और फिंगर चिप्स भी परोसे जा रहे हैं।
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सावन माह में जागेश्वर धाम में विशेष पूजा अर्चना होती है, जिसमें दूर दराज से आए शिव भक्त शिवालय में जलाभिषेक करते हैं। पूजन अर्चना के दौरान यहां भंडारे प्रसाद की व्यवस्था चलती है जो कि इस बार 15 जुलाई से 15 अगस्त तक जारी रहने वाली है। इस बार 56 भोग भंडारे में हमेशा की तरह फल,चना, आलू, सब्जी, पूरी-हलवा, दाल-मखनी, चावल, तंदूरी रोटी, बटर पनीर, खीर, रायता तो है ही लेकिन, साथ ही साथ पास्ता, चिली पोटैटो और फिंगर चिप्स जैसे व्यंजन भी लंगर प्रसाद के रूप में परोसे जा रहे हैं।
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शिवार्चन, पार्थिव पूजा, के बाद शिव भक्त भंडारे में प्रसाद के रूप में नए नए स्वादों का आनंद ले रहे हैं। मंदिर समिति के उपाध्यक्ष नवीन भट्ट बताते हैं कि श्रावण मास में, 56 भोग के व्यंजन का भंडारा होता है,बिना लहसुन प्याज का प्रसाद बनता है नए जमाने के व्यंजन इसमें परोसे जा रहे हैं जो कि बिल्कुल विशुद्ध रूप से वैदिक परम्पराओं से जुड़े हुए हैं। फर्क सिर्फ उनके बनाने का है, इससे प्रसाद की संस्कृति पर कोई फर्क नहीं पड़ता है।
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जागेश्वर धाम में सावन मास में विशेष पूजा अर्चना होती है। राजस्थान,दिल्ली, हरियाणा ,पंजाब, उत्तर प्रदेश, बंगाल, तमिलनाडु, कर्नाटक आदि राज्यों से शिव भक्त यहां परिवार सहित पूजा अर्चना के लिए पहुंचते हैं और रुद्राभिषेक के लिए पहले से बुकिंग करवाते है।
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