ईरान में इब्राहिम रईसी के राष्ट्रपति रहने के दौरान इस्लामिक रीति रिवाजों और हिजाब को अनिवार्य किया गया था। रईसी की मौत के बाद ईरान में हुए राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद मसूद पजेशकियान की जीत के बाद लोगों ने ये सोचा था कि उन्हें हिजाब के दंश से मुक्ति मिलेगी। लेकिन, ऐसा होता नहीं दिख रहा है। ईरान के पुलिस कार्यवाहक प्रमुख ने जोर देकर कहा है कि नई सरकार के आने के बाद भी हिजाब को लेकर यही नीतियां रहेंगी।
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ईरान के कार्यवाहक प्रमुख कासिम रेजाई ने कज्विन प्रांत में एक सुरक्षा बैठक में बोलते हुए कहा कि सरकार की हिजाब प्रवर्तन पहल (नूर योजना) पहले की ही तरह देश में जारी रहेगी। इस योजना के तहत अगर ईरान में महिलाएं हिजाब नियमों का पालन नहीं करती हैं तो उन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
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उल्लेखनीय है कि इससे पहले हाल ही में ईरान में हुए राष्ट्रपति चुनावों से पहले ही एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान रेजाई ने कहा था कि हिजाब नियमों को लागू करना लोकप्रिय मांग थी। यहीं नहीं रेजाई ने इसे देशद्रोह करार दिया था। बता दें कि जुलाई 2023 राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की सरकार द्वारा मूल रूप से तैयार किए गए इस विधेयक का आधिकारिक शीर्षक ‘हिजाब और शुद्धता संस्कृति को बढ़ावा देकर परिवार की सुरक्षा’ है।
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बता दें कि 1979 के बाद ईरान में इस्लामिक गणराज्य के शुरुआती वर्षों में हिजाब लागू करने वाले पजेशकियान ने पिछले कुछ वर्षों में कई मौकों पर, जिसमें हालिया चुनावी बहसें भी शामिल हैं। कुछ महिला अधिकार कार्यकर्ताओं का मानना है कि पेजेशकियन में न तो हिजाब और नैतिकता गश्ती के मुद्दे पर कट्टरपंथियों को चुनौती देने की दृढ़ इच्छाशक्ति है और न ही राष्ट्रपति के रूप में ऐसा करने की शक्ति है।
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