गुरुग्राम/नूंह, (हि.स.)। नूंह के नल्हड़ेश्वर मंदिर में ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। पिछली बार जहां कट्टरपंथियों ने बवाल मचाया था, वहीं इस बार मुसलमानों ने यात्रा पर फूल बरसाए। ऐहतियात के तौर पर नूंह जिला में भारी संख्या में पुलिस बल व अन्य सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी।
कर्फ्यू जैसे हालातों के बीच 80 किलोमीटर लंबी यात्रा के लिए भारी सुरक्षा के बीच पूरी हुई। प्रशासन ने यात्रा पूरी होने का समय 5 घंटे तय किया था। यात्रा 4 घंटे में ही पूरी हो गई। गुरुग्राम, नूंह जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली। बता दें कि नूंह जिला में पांडव कालीन नल्हड़ेश्वर मंदिर में जलाभिषेक के लिए कई दिनों से तैयारी की जा रही थी। हरियाणा सरकार के लिए यात्रा को शांतिपूर्वक संपन्न करवाना चुनौती थी। गुरुग्राम शहर से यात्रा सेक्टर-10 से शुरू हुई। हरिद्वार से लाये गये गंगाजल नल्हड़ेश्वर मंदिर में चढ़ाया जाना था। भक्तगण गंगाजल को मटकानुमा बर्तन में लेकर रवाना हुए। इस दौरान जय श्री राम, जय शंकर की, भारत माता की जैसे नारे लगाए गए। यात्रा को सुबह 10 बजे मंदिर पहुंचना था, लेकिन तीन घंटे देरी से यात्रा मंदिर पहुंची।
पिछले साल यात्रा में हुए उपद्रव के बुरे समय को भुलाकर इस बार सोमवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी यात्रा पर पुष्प वर्षा की। पूरे रीति-रिवाज के साथ यात्रा में साधु-संतों व श्रद्धालुओं ने जलाभिषेक किया। भारी पुलिस सुरक्षा के बीच साधु-संतों व भक्तों का काफिला नल्हड़ेश्वर मंदिर के अलावा फिरोजपुर झिरका के झिरकेश्वर मंदिर व पुन्हाना के सिंगार श्रृंगेश्वर महादेव मंदिर पहुंचा। यात्रा को यहीं पर समाप्त कर दिया गया।
यात्रा के दौरान कोई उपद्रवी किसी भी तरह की गलत जानकारी सोशल मीडिया पर प्रचारित ना करें, इसके लिए एक दिन पले ही यानी रविवार शाम 6 बजे से सोमवार छह बजे तक जिले में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थी। पहाड़ी क्षेत्र होने के चलते अरावली की पहाडिय़ों पर पुलिस ने ड्रोन से निगरानी रखी। नूंह में 2000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी।
इस यात्रा के एक दिन पहले रविवार को ऑल इंडिया इमाम ऑर्गेनाइजेशन के चेयरमैन डॉ. इमाम उमेर अहमद इलियासी भी नूंह पहुंचे थे। उन्होंने मेवात के मुस्लिमों से कहा कि पिछली बार हिंसा होने से मुसलमानों पर एक दाग लगा था। इस बार की यात्रा को कामयाब बनाकर अपना यह दाग धोने का अच्छा समय है।
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