गत जुलाई को किशनगंज (बिहार) के खगड़ा स्थित श्मशान काली मंदिर सत्संग विहार में पर्यावरण संरक्षण सह राष्ट्ररक्षा महायज्ञ का आयोजन हुआ। यह महायज्ञ पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत सह संयोजक देवदास (देवू दा) का उपवास पूर्ण होने पर किया गया।
देवदास ने 9 अप्रैल से 9 जुलाई तक यानी 90 दिन तक पर्यावरण की रक्षा का संकल्प लेकर उपवास रखा था। इस दौरान उन्होंने केवल फलों और जल का सेवन किया। देवू दा संकल्पों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने राम मंदिर आन्दोलन के दौरान संकल्प लिया था कि जब तक मंदिर नहीं बन जाएगा तब तक वे जूते-चप्पल धारण नहीं करेंगे।
अब वे अयोध्या जाकर श्रीरामलला के दर्शन के बाद चप्पल पहनने वाले हैं। यज्ञ में पहले तीन घंटे तक सुंदरकांड का पाठ और गायत्री यज्ञ हुआ। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य था जन-जन में पर्यावरण संरक्षण का भाव जाग्रत करना और अपनी जीवनशैली में बदलाव लाकर पर्यावरण संरक्षण गतिविधि में योगदान देना।
इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रदेश प्रमुख सुधांशु मिश्रा ने कहा कि पर्यावरण संकट वैश्विक समस्या है और इस समस्या का समाधान सिर्फ सरकार नहीं कर सकती। इसके लिए हम सबको कार्य करना होगा। प्लास्टिक का प्रयोग पूरी तरह बंद करना होगा।
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