देहरादून। उत्तराखण्ड के चारों धामों व अन्य प्रमुख मंदिरों के नाम के अन्यत्र उपयोग पर कड़े कानूनी प्रतिबंध व हिन्दू संस्कृति अध्ययन केंद्र सम्बन्धी धामी कैबिनेट के फैसले का संत समाज और तीर्थ पुरोहितों ने स्वागत किया है। इस कड़ी में स्वामी अवधेशानन्द गिरी जी महाराज, रामभद्राचार्य, स्वामी परमात्मानंद, स्वामी यतीन्द्रानन्द व तीर्थ पुरोहितों ने वीडियो बयान जारी कर एक स्वर में प्रशंसा की है।
संतों ने कहा कि सीएम धामी के इस फैसले से धामों के नाम का दुरुपयोग करने वालों पर अंकुश लगेगा। संतों ने सीएम धामी को धर्म और संस्कृति की रक्षा को समर्पित धर्मरक्षक कहा। रामभद्राचार्य जी ने कहा कि प्रत्येक सरकारी विश्वविद्यालय में हिन्दू संस्कृति अध्ययन केंद्र खोलना सराहनीय कार्य है। इससे सनातन धर्म के अध्ययन को बढ़ावा मिलेगा। स्वामी परमात्मानंद ने कहा कि सीएम ने हिन्दू संस्कृति अध्ययन केंद्र खोलने का साहसिक व सम सामयिक निर्णय लिया है। यह फैसला लेकर सीएम धामी ने देवभूमि की कल्पना को साकार किया है। उन्होंने कहा कि देश के सभी सरकारी विवि में सनातन धर्म के अध्ययन केंद्र खुलने चाहिए। केंद्र सरकार को इस फैसले को पूरे देश में लागू करना चाहिए।
यमुनोत्री धाम के पुरोहितों ने उत्तराखण्ड के चारधामों के नाम का दुरुपयोग कोई ना कर पाए इस पर धामी कैबिनेट के निर्णय की प्रशंसा कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया है । मुख्यमंत्री को आभार पत्र भी भेजा। चारधाम महापंचायत के उपाध्यक्ष विनोद शुक्ला ने धामी कैबिनेट के फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इससे चार धाम व अन्य पौराणिक मंदिरों के नाम का कोई दुरुपयोग नहीं कर पायेगा।
अध्यक्ष पुरोहित महासभा पुरषोत्तम उनियाल ने कहा कि सीएम धामी का चारधाम के प्रति सकारात्मक रवैया रहा है। उनके फैसले से चारों धामों के तीर्थ पुरोहित खुश हैं। कोई निजी ट्रस्ट अब धामों के नाम का उपयोग नहीं कर सकेगा। तीर्थपुरोहितों ने सीएम धामी को सूझ-बूझ व सरल नेता बताते हुए कैबिनेट के निर्णय पर आभार जताया। तीर्थपुरोहित महापंचायत से जुड़े बृजेश सती ने कहा कि चारधाम महापंचायत से जुड़े सभी पदाधिकारी व रावल धामी कैबिनेट के निर्णय का स्वागत करते हैं।
दिल्ली की केदारनाथ धाम ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेंद्र रौतेला ने देहरादून आकर स्थिति साफ की। रौतेला ने कहा कि ट्रस्ट का नाम बदला जाएगा। भाजपा सरकार का दिल्ली में मंदिर निर्माण से कुछ लेना देना नहीं है। उनके आग्रह पर सीएम शिलान्यास कार्यक्रम में आये थे। हालांकि, मुद्दे को जिंदा रखते हुए प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस 24 जुलाई से हरिद्वार से केदारनाथ तक पैदल यात्रा निकालेगी।
इस बीच, धामी कैबिनेट ने गुरुवार को चारधाम के नाम का दुरुपयोग रोकने के लिए कड़े कानूनी प्रावधान पर मुहर लगा दी। साथ ही सरकारी विवि में हिन्दू संस्कृति अध्ययन केंद्र बनाने की भी घोषणा कर दी।
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